Hartalika Teej 2019 इस बार दो दिन मनाया जायेगा। कहीं एक सितंबर को तो कहीं दो सितंबर। हरतालिका तीज पर सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत रखती हैं। भादो माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज मनाया जाता है।
धर्म शास्त्र के अनुसार, हरतालिका तीज ( hartalika teej ) का व्रत सबसे पहले माता पार्वती ने रखा था, जिसके फलस्वरूप उन्हें भगवान शिव ( Lord Shiva ) पति के रूप में प्राप्त हुए। मनपसंद वर पाने के लिए कुंवारी लड़कियां भी यह व्रत कर सकती हैं। कहा जाता है कि इस व्रत को अत्यंत शिद्दत से किया जाता है।
व्रत रखने वाले व्रती को इस दौरान कई चीजों का ध्यान रखना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन छोटी सी गलती भी बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा देता है। माना जाता है कि इस दिन जो गलतियां हो जाती है, उसकी सजा अगले जन्म में भोगना पड़ता है।
आइये जानते हैं कि इस दिन क्या नहीं करना चाहिए...
- हरतालिका तीज के दिन व्रती को पूरी रात जागना चाहिए और भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। कहा जाता है कि इस दौरान जो व्रती सो जाती है तो वह अगले जन्म अजगर के रूप में जन्म लेती है।
- हरतालिका तीज के दिव व्रती निर्जला व्रत रखती है। इस दिन कुछ भी सेवना नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन व्रती फल-फूल की सेवन करती है तो अगले जन्म बंदर रूप में जन्म लेती है।
- हरतालिका तीज के दिन अगर व्रती चीनी ( शक्कर ) का सेवन कर लेती है तो वह अगले जन्म में मक्खी बन जाती है।
- इस दिन अगर व्रती पानी का सेवन करती है तो वह अगले जन्म में मछली बन जाती है।
- इस दिन मांस का सेवन करने वाली व्रती अगले जन्म में शेरनी बन जाती है।
- इस दिन दूध का सेवन करने वाली व्रती अगले जन्म में उसे सर्फ योनी मिलती है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2ZvFlXz
EmoticonEmoticon