chaitra navratri 2025: नवरात्रि के यह नौ दिन मां दुर्गा की पूजा-उपासना के दिन होते हैं। अनेक श्रद्धालु इन नौ दिनों में अपने घरों में घट-स्थापना कर अखंड ज्योति की स्थापना कर नौ दिनों का उपवास रखते हैं।ALSO READ: ये हैं मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध देवी माता मंदिर, चैत्र नवरात्रि में दर्शन करने से मिलती है देवी मां की विशेष कृपा
आइए जानते हैं कि नवरात्रि में घट-स्थापन एवं अखंड ज्योति प्रज्वलन का शुभ मुहूर्त कब है-
अभिजित मुहूर्त- मध्यान्ह 12:00 मि. से मध्यान्ह 12:48 मि. तक
प्रात:- 09:19 मि. से 10:51 मि. तक (लाभ)
अपरान्ह- 10:51 मि. से मध्यान्ह 12:23 मि. तक (अमृत)
मध्यान्ह- 01:56 मि. से 03:28 मि. तक (शुभ)
सायंकाल- 06:33 मि. से रात्रि 08:01 मि. तक (शुभ)
रात्रि- 08:01 मि. से रात्रि 09:28 मि. तक (अमृत)
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सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त- अपरान्ह- 11:59 मि. से मध्यान्ह 12:23 मि. तक (अभिजित+अमृत)
अखंड ज्योति- जो श्रद्धालुगण अखंड ज्योति प्रज्वलित करना चाहते हैं वे बाती के रूप कलावा (मौली) का प्रयोग करें, इससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है एवं साधक पर सदैव लक्ष्मी की अनुकम्पा बनी रहती है।
विभिन्न लग्नों में घट-स्थापन कर अखंड ज्योति प्रज्वलित किए जाने का फल भी निम्न प्रकार से प्राप्त होता है-
1. मेष लग्न- धन लाभ
2. वृष लग्न- मृत्यु
3. मिथुन लग्न- संतान नाश
4. कर्क लग्न- समस्त सिद्धियां
5. सिंह लग्न- बुद्धि नाश
6. कन्या लग्न- लक्ष्मी प्राप्ति
7. तुला लग्न- ऐश्वर्य
8. वृश्चिक लग्न- स्वर्ण लाभ
9. धनु लग्न- अपमान
10. मकर लग्न- पुण्य प्राप्ति
11. कुंभ लग्न- धन-समृद्धि की प्राप्ति
12. मीन लग्न- दुःख की प्राप्ति होती है।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
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