कृष्ण जन्माष्टमी आज 3 सितंबर को भादों माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को रोहणी नक्षत्र में ठीक रात्रि 12 बजे जगत के पालनहार सभी के दुखों को हरने के लिए लेंगे जन्म योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण । अगर जन्माष्टमी की रात में जो भी श्रद्धालु अपने घर में कान्हां जी का पालना में बनाकर उसमें लड्डू गोपाल के बाल रूप की स्थापना कर, इस विधि विधान से पूजन अर्चन करेगे तो उनकी जीवन में खुशियों की बहार आना शुरू हो जायेंगी ।
शास्त्रों के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भादों मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को रात्रि 12 बजे वृष लग्न और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था । इस ऐसे सजाएं नंदलाला का पलना ।
पूजा सामग्री - कन्हैयां की प्रतिमा को स्नान कराने के लिए एक तांबे की थाली, लोटा, जल कलश, दूध, पंचामृत के अलावा पितांबरी वस्त्र और आभूषण पहले से तैयार रखलें । इसके अलावा स्नान के बाद पूजन के लिए चावल, कुमकुम, दीपक, तेल, रुई, धूपबत्ती, फूल, अष्टगंध, तुलसीदल यानी तुलसी के पत्ते, तिल और एक जनेऊ जोड़ा भी रखें । कान्हां जी के भोग के लिए प्रसाद के रूप में माखन मिश्री, धनिया पंजीरी, ऋतुफल आदि भी रखें ।
ऐसे करें पूजन
सबसे एक सुंदर सा पालना बनाकर सजालें और उसमें एक चांदी जड़ित चौकी या लकडी की चौकी को भी रखकर सजायें । अब उस चौकी के आसन पर एक सोने या चांदी की थाली में जगत के पालन भगवान श्री कृष्ण जी की प्रतिमा को स्थापित करें । कन्हां जी की स्थापना करने के बाद अब उनका विधि विधान से पूजन करें । पूजन में सबसे पहले शुद्ध जल से स्नान कराएं, स्नान के बाद पंचामृत स्नान करायें, पंचामृत स्नान के बाद पुनः गंगाजल मिले शुद्ध जल से स्नान कराएं । स्नान के बाद भगवान को पिंताबंरी वस्त्र पहनाकर आभूषणों से सुंदर से सुंदर श्रंगार करें । पूर्ण श्रंगार करने के बाद ताजे सुंगंधित फूलों की माला पहनायें । अब इस मंत्र का उच्चारण करते हुए “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’’ सुंगंधित अष्टगंध का तिलक भगवान के माथे पर लगाने के बाद धूप व दीप के दर्शन करावें । पूजन होने के बाद गाय के घी के दीपक और कपूर से आरती करें । आरती के जो भोग के लिए पदार्थ रखे हैं उनका भोग लगाकर सभी को प्रसाद रूप में उसी भोग को बांट दें । इस विधि विधान से कृष्ण कन्हैयां का पलने में पूजन करने सें घर में सभी प्रकार की सुख समृद्धि सहित अनेक खुशियां प्राप्त होने लगेगी ।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2N5iK1R
EmoticonEmoticon