एक गांव में अति दीन ब्राह्मण निवास करता था। उसकी साध्वी स्त्री प्रदोष व्रत किया करती थी। उसे एक ही पुत्ररत्न था। एक समय की बात है, वह पुत्र गंगा स्नान करने के लिए गया।
from ज्योतिष http://bit.ly/2S4HlCk
life mantra
Astrology
ज्योतिष
बहुत ही शुभ और फलदायी है रवि प्रदोष व्रतकथा, प्रदोष के दिन अवश्य पढ़ें...
Next
« Prev Post
« Prev Post
Previous
Next Post »
Next Post »
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
EmoticonEmoticon