हर व्यक्ति चाहता की उनकी हर मनोकामनाएं बिनी किसी उपाय, तंत्र-मंत्र के पूरी हो जाये, जी हां ऐसी भी आज के समय संभव हैं । मौन एक ऐसा उपाय जिसके माध्यम से हर छोटी बड़ी इच्छाएं पूरी हो सकती है । मौन की शुरुआत जुबान के चुप होने से होती है । धीरे-धीरे जुबान के बाद आपका मन भी चुप हो जाता है । मन में चुप्पी जब गहराएगी तो आंखें, चेहरा और पूरा शरीर चुप और शांत होने लगेगा । शास्त्रों में मौन के सात ऐसे लाभ बतायें गये हैं जिसमें माध्यम से जिस चीज की कामना की जाती हैं वह पूरी हो जाती हैं ।
1- संतुष्टि- कुछ न बोलना, यानि अपनी एक सुविधा से मुंह मोड़ना । जी हां, बोलना आपके लिए एक बहुत बड़ी सुविधा ही होती है । जो आपके मन में चल रहा होता है उसे आप तुरंत बोल देते हैं । लेकिन, मौन रहने से चीजें बिल्कुल बदल जाती हैं । मौन अभाव में भी खुश रहना सिखाता है ।
2- अभिव्यक्ति- जब आप सिर्फ लिखकर बात कर सकते हैं तो आप सिर्फ वही लिखेंगे जो बहुत जरूरी होगा । कई बार आप बहुत बातें करके भी कम कह पाते हो । लेकिन ऐसे में आप सिर्फ कहते हो, बात नहीं करते । इस तरह से आप अपने आपको अच्छी तरह से व्यक्त कर सकते हैं ।
3- प्रशंसा- हमारे बोल पाने की वजह से हमारा जीवन आसान हो जाता है, लेकिन जब आप मौन धारण करेंगे तब आपको ये अहसास होगा कि आप दूसरो पर कितना निर्भर हैं । मौन रहने से आप दूसरों को ध्यान से सुनते हैं । अपने परिवार, अपने दोस्तों को ध्यान से सुनना, उनकी प्रशंसा करना ही है ।
4- ध्यान देना- जब आप बोल पाते हैं तो आपका फोन आपका ध्यान भटकाने का काम करता है । मौन आपको ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर करता है । इससे किसी एक चीज या बात पर ध्यान लगाना आसान हो जाता है ।
5- विचार- शोर से विचारों का आकार बिगड़ सकता है । बाहर के शोर के लिए तो शायद हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन अपने द्वारा उत्पन्न शोर को मौन जरूर कर सकते हैं । मौन विचारों को आकार देने में हमारी मदद करता है । हर रोज अपने विचारों को बेहतर आकार देने के लिए मौन रहें ।
6- प्रकृति- जब आप हर मौसम में मौन धारण करना शुरू कर देंगे तो आप जान पाएंगे कि बसंत में चलने वाली हवा और सर्दियों में चलने वाली हवा की आवाज भी अलग-अलग होती है । मौन हमें प्रकृति के करीब लाता है । मौन होकर बाहर टहलें । आप पाएंगे कि प्रकृति के पास आपको देने के लिए काफी कुछ है ।
7- शरीर -मौन आपको आपके शरीर पर ध्यान देना सिखाता है । अपनी आंखें बंद करें और अपने आप से पूछें, "मुझे अपने हाथ में क्या महसूस हो रहा है?" अपने शरीर को महसूस करने से आपका अशांत मन भी शांत हो जाता है । शांत मन स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है ।
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