धर्म कर्म : जानें दिसंबर 2020 के पर्व व त्यौहार

देश दुनिया में अनलॉक की प्रक्रिया के बीच एक बार फिर लॉककडाउन की प्रक्रिया शुरु होती सी दिख रही है। ऐसे में वर्ष 2020 के अंग्रेजी कैलेंडर का बाहरवां माह दिसंबर शुरु हो चुका है। ऐसे में हिंदू पंचांग के हिसाब से इस माह साल 2020 के आखिरी महीने दिसंबर में कई बड़े त्योहार हैं, इन त्योहारों में कालभैरव जयंती, उत्पन्ना एकादशी, क्रिसमस, सूर्य ग्रहण, मोक्षदा एकादशी शामिल हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार, इन सभी त्योहारों का बहुत महत्व माना जाता है, लेकिन सबसे बडे़ त्योहार के रूप में 25 दिसंबर को क्रिश्चियन समाज का क्रिसमस पर्व सेलिब्रेट किया जाएगा।

 

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दिसंबर महीने में पड़ने वाले त्योहारों में से सबसे बड़ा त्योहार क्रिश्चियन समाज का क्रिसमस (Christmas) सेलिब्रेट किया जाएगा। वहीं इस माह साल 2020 के अंतिम माह दिसंबर (December) में साल का अंतिम सूर्य ग्रहण (Surya Grahan: 14 दिसंबर 2020) भी पड़ रहा है। चूंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए भारत में ग्रहण काल के नियमों का पालन करने की जरूरत नहीं मानी जा रही है।

दिसंबर 2020 में कई बड़े त्योहार हैं, इन त्योहारों में कालभैरव जयंती, उत्पन्ना एकादशी, क्रिसमस, सूर्य ग्रहण, मोक्षदा एकादशी शामिल हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार इन त्योहारों में हिस्सा लेने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। क्रिश्चियन समाज का सबसे बडे़ त्योहार के रूप में 25 दिसंबर को क्रिसमस पर्व सेलिब्रेट किया जाएगा, तो वहीं हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार महाभारत काल में इसी दिन यानि मोक्षदा एकादशी को भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। आइए जानते हैं कि दिसंबर 2020 में आने वाले व्रत और त्यौहार...

धर्म कर्म : दिसंबर 2020 के व्रत और त्यौहार : Festivals of Dec 2020

-: 03 दिसंबर 2020: (गुरुवार) गणेश संकष्टी चतुर्थी

-: 07 दिसंबर 2020: (मंगलवार) कालाष्टमी काल भैरव जयंती
दिसंबर 2020 के त्योहारों की शुरूआत 7 दिसंबर से हो जाएगी. 7 दिसंबर को कालभैरव जयंती मनाई जाएगी. ऐसा माना जाता है कि काल भैरव की पूजा करने से दुःख, भय, संकट दूर होता है. ऐसा माना जाता है कि काल भैरव की पूजा करने से सारी परेशानियां ख़त्म हो जाती हैं.माना जाता है कि भैरव की पूजा में चने-चिरौंजी, पेड़े, काली उड़द और उड़द से बने मिष्‍ठान्न इमरती, दही बड़े, दूध और मेवा का भोग लगाना लाभकारी है इससे भैरव प्रसन्न होते है.

 

-: 9 दिसंबर 2020: (बुधवार) कानजी अनला नवमी (उड़ीसा)

-: 11 दिसंबर 2020: (शुक्रवार) वैष्णव उत्पन्ना एकादशी, आलंदी यात्रा
11 दिसंबर को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाएगा. ऐसा माना जाता है कि ये दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. यह व्रत मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को किया जाता है. माना जाता है कि इस व्रत को करने से सही कष्ट दूर हो जाते हैं.

-: 12 दिसंबर 2020: (शनिवार) शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
इस दिन कृष्ण प्रदोष व्रत रखा जाएगा. ऐसा माना जाता है कि इस व्रत के करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है. ये व्रत हर महीने दो बार (कृष्ण और शुक्ल पक्ष में) त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है.

-: 13 दिसंबर 2020: (रविवार) अमावस्या मासिक शिवरात्रि
साल 2020 की आखिरी शिवरात्रि में 14 दिसंबर को शिवरात्रि मनाई जाएगी. ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दिन लोग काफी शुभ मानते हैं.

-: 14 दिसंबर 2020: (सोमवार) मार्गशीर्ष सोमवती अमावस्या, साल 2020 का आखिरी खग्रास सूर्य ग्रहण

-: 15 मंगलवार धनु संक्रांति

हर वर्ष की तरह इस बार भी सूर्य अपनी राशि बदलकर धनु राशि में आ रहे हैं, इसे धनु संक्रांति कहते है, जो 15 दिसंबर 2020 को है। भारतीय पंचांग के अनुसार जब सूर्य धनु राशि में संक्रांति करते हैं तो यह समय शुभ नहीं माना जाता है।
धनु संक्रांति के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा का पाठ किया जाता है। भगवान विष्णु की पूजा में केले के पत्ते, फल, सुपारी, पंचामृत, तुलसी, मेवा आदि का भोग तैयार किया जाता है। सत्यनारायण की कथा के बाद देवी लक्ष्मी, महादेव और ब्रह्मा जी की आरती की जाती है और चरणामृत का प्रसाद दिया जाता है। मान्यता के अनुसार जो लोग विधि के साथ पूजन करते हैं उनके सभी संकट दूर होते हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

-: 17 दिसंबर 2020: (गुरुवार) मुस्लिम जमादिल अव्वल मासारंभ

-: 18 दिसंबर 2020: (शुक्रवार) विनायक चतुर्थी व्रत.

-: 19 दिसंबर 2020: (शनिवार) विवाह पंचमी

-: 20 दिसंबर 2020: (रविवार) मार्तण्ड भैरवोत्थानपन

-: 25 दिसंबर 2020: (शुक्रवार) मोक्षदा एकादशी / क्रिसमस डे
दिसंबर महीने में इस दिन मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाएगी। साथ ही क्रिश्चियन समाज का त्योहार क्रिसमस भी 25 दिसंबर को मनाया जाएगा।

-: 26 दिसंबर 2020: (शनिवार) जोर मेला (पंजाब) प्रारंभ

-: 27 दिसंबर 2020: (रविवार) प्रदोष व्रत (शुक्लपक्ष)

-: 29 दिसंबर 2020: (मंगलवार) श्रीदत्त जयंती

-: 30 दिसंबर 2020: (बुधवार) मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत, भगवान दत्तात्रेय जयंती



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