घर में सकारात्मक तथा नकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को लेकर वास्तु शास्त्र कुछ खास जानकारियां देता है। माना जाता है कि सकारात्मक ऊर्जा से जहां एक तरफ हर पर सुख- शांति और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी तालमेल अच्छा रहता है, तो वहीं दूसरी ओर नकारात्मक ऊर्जा होने से घर में बीमारी, आर्थिक परेशानी और मनमुटाव बढ़ाने लगता है। इसके आलावा मेहनत करने पर भी अनुकूल परिणाम नहीं प्राप्त होता।
अरपको जानकर आश्चर्य होगा कि वास्तु शास्त्र के भीतर रोग काटने, खुशी पाने, घर में सुख-शांति पाने और यहां तक कि फैमिली प्लानिंग से संबंधित उपाय भी मौजूद हैं। लोग समय-समय पर इनका इस्तेमाल करके घर में सुख एवं स्मृद्धि लाते हैं, ऐसे ही एक उपाय के संबंध में वास्तु की जानकार रचना मिश्रा कहती हैं कि वास्तु का श्री गणेश से अत्यंत जुड़ाव है।
उनके अनुसार कुल ऐसी पांच गणेश जी की प्रतिमाएं हैं, जिन्हें यदि घर में रखा जाए तो धन एवं स्मृद्धि उस घर में जरूर आती है।
प्रथम पूज्य श्री गणेश जी यूं तो हर रुप में शुभ और मंगलकारी माने जाते हैं, लेकिन फिर भी इन 5 प्रकार की गणेश कि मूर्ति का घर में होना बहुत ही लाभकारी माना गया है।
: मिश्रा के अनुसार आम, पीपल और नीम से बनी गणेश जी की मूर्ति अपने घर अवश्य लाएं और इसे घर के मुख्य दरवाजे पर लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है जो धन और सुख में वृद्धि कारक मानी जाती है।
: वहीं दूसरी विशेष मूर्ति गाय के गोबर से बनी है, मान्यता के अनुसार गणेश जी की ऐसी मूर्ति धन वृद्धि कारक मानी गई है। आप अपने घर में गणेश जी की ऐसी मूर्ति रख सकते हैं।
: जबकि अतिरिक्त लाभ के लिए रविवार या पुष्य नक्षत्र में आप श्वेतार्क गणेश की मूर्ति घर लेकर आएं और निेयमित इनकी पूजा करें। इससे आपके सभी रुके हुए काम बन जाएंगे और साथ ही यह धन सम्पदा के लिए शुभ माना गया है। इससे जल्द ही धन लाभ होने के संकेत मिलते हैं।
: इसके अलावा क्रिस्टल के बने गणेश जी की मूर्तिे को वास्तुदोष दूर करने में बहुत ही कारगर माना गया है। हालांकि यह मूर्ति काफी महंगी मिलती है, लेकिन यदि आप इस धातु से बनी कोई छोटी सी मूर्ति भी ले लें, जो आपकी जेब को सूट करें तब भी यह फलित साबित होगी।
: इसके अतिरिक्त अन्य सुझावों में गणेश जी की क्रिस्टल की मूर्ति के साथ देवी लक्ष्मी जी की भी इसी धातु की मूर्ति रखी जा सकती है। लक्ष्मी जी जो कि स्वयं धन की देवी मानी गई हैं, उनके घर में आने से धन और सौभाग्य दोनों दौड़े चले आते हैं।
परंतु यदि आप बाज़ार से कोई मूर्ति लाने में किन्हीं कारणों से असमर्थ हैं, तो आप स्वयं भी गणेश जी की एक मूर्ति बना सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि इसके लिए आप शुद्ध पदार्थों का ही इस्तेमाल करें।
यदि आप स्वयं मूर्ति बनाने जा रहे हैं, तो ऐसे में हल्दी के प्रयोग से गणेश जी की मूर्ति बनाएं। इसे बनाकर पूजा स्थान पर विराजमान करें और इसकी नियमित पूजा भी करें। ऐसी मान्यता है कि गणेश जी की मूर्ति बहुत ही शुभ और सुखदायक मानी जाती है।
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