प्रति वर्ष की तरह मकर संक्रांति का शुभ पर्व 14 जनवरी शुक्रवार को मनाया जाएगा। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस साल मकर संक्रांति की शुरुआत रोहिणी नक्षत्र में हो रही है। यह संयोग 14 जनवरी की रात 08 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। रोहिणी नक्षत्र को ज्योतिष शास्त्र में बेहद शुभ माना जाता है। इस नक्षत्र में दान-धर्म के कार्य और पूजन-पाठ करना शुभ फलदायी होता है।
सूर्य देव 14 जनवरी 2022 को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर अपने पुत्र शनि की स्वामित्व वाली मकर राशि में आ रहे हैं और 14 मार्च रात 12 बजकर 15 मिनट तक इसी राशि में रहेंगे।
वहीं शनि देव पहले से ही मकर राशि में है। बुध ने पिछले साल दिसंबर 2021 को मकर राशि में गोचर किया था। शनि, बुध और सूर्य की मौजूदगी से मकर राशि में त्रिग्रही योग बन रहा है।
इस पर्व पर ब्रह्म योग व आनंदादि योग भी बन रहे हैं।
ब्रह्य योग को शांतिपूर्ण कार्यों को प्रारंभ करने के लिए शुभ माना जाता है। वहीं आनंदादि योग सभी प्रकार की असुविधाओं को दूर करता है नाम के अनुसार आनंद भी प्रदान करता है। इस योग में संपन्न कार्यों से हर काम की बाधा और चिंता दूर होती है। किसी भी काम को शुरू करने के लिए आनंदादि योग बेहद शुभ माना जाता है। संक्रांति पर इस योग के आने से पर्व का महत्व बहुत बढ़ गया है।
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