weekly muhurat : साप्ताहिक मुहूर्त, जानें इस सप्ताह के व्रत-त्योहार और पंचांग


6 जून 2022 से नया सप्ताह शुरू हो रहा है और वह 12 जून 2022 तक जारी रहेगा। 'वेबदुनिया' खास आपके लिए लेकर आई हैं यहां मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर इन 7 दिनों के अंतर्गत आने वाले पंचांग मुहूर्त की सौगात। अगर आप भी इन दिनों में मकान, प्लॉट या वाहन खरीदने या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। जानिए यहां... 

(साप्ताहिक मुहूर्त : 06 जून से 12 जून 2022 तक)

6 जून 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-सोमवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा

योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण

करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक

राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  

दिशा शूल-आग्नेय 

योगिनी वास-पश्चिम

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-सिंह

व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/भद्रा

यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।

आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।

आज का उपाय-मंदिर में दही चढाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


7 जून 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-मंगलवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफ़ाल्गुनी

योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र

करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक

राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक

दिशा शूल-उत्तर 

योगिनी वास-वायव्य

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-सिंह

व्रत/मुहूर्त-रवियोग/सूतिका स्नान मुहूर्त 

यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।

आज का उपाय-हनुमान मंदिर में बूंदी के लड्डू अर्पित करें।

वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


8 जून 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-बुधवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी

योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध

करण (सूर्योदयकालीन)-बव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक

दिशा शूल-ईशान

योगिनी वास-ईशान

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-कन्या

व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग

यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।

आज का उपाय-मंदिर में जायफल चढाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


9 जून 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-गुरुवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त

योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात

करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक

दिशा शूल-दक्षिण  

योगिनी वास-पूर्व 

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-कन्या

व्रत/मुहूर्त-श्री गंगा दशहरा/देव प्रतिष्ठा मुहूर्त/कर्णवेध/मुंडन संस्कार मुहूर्त

यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।

आज का उपाय-गंगाजल में दूध मिश्रित कर शिवलिंग का अभिषेक करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


10 जून 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण 

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-शुक्रवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी/एकादशी(क्षय)

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा

योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान

करण (सूर्योदयकालीन)-गरज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक

राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक

दिशा शूल-वायव्य 

योगिनी वास-उत्तर

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-तुला

व्रत/मुहूर्त-निर्जला एकादशी व्रत (स्मार्त)-सर्वे.(मतांतर)/मूल प्रारंभ

यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को छैने से बनी मिठाई भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


11 जून 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-शनिवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति

योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ

करण (सूर्योदयकालीन)-बव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक

राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक

दिशा शूल-पूर्व

योगिनी वास-नैऋत्य

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-तुला

व्रत/मुहूर्त-निर्जला एकादशी व्रत (वैष्णव/निम्बार्क)/ सर्वार्थसिद्धि योग

यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।

आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को सुगंधित तेल भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


12 जून 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-ज्येष्ठ

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-रविवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा

योग (सूर्योदयकालीन)-शिव

करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृष

शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 

राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक

दिशा शूल-पश्चिम 

योगिनी वास-दक्षिण

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-वृश्चिक

व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत/मूल समाप्त

यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।

आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।

आज का उपाय-संतरे के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)

-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया

प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र

सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com



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