आज मंगला गौरी व्रत, पढ़ें मंगला गौरी माता की आरती, मंत्र और 5 शुभ उपाय

mangala gauri vrat 2022
 

भक्तों के मन में श्रावण का नाम सुनते खुशहाली की लहर दौड़ती है, क्योंकि यह पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित माना गया है। यह उनका प्रिय माह भी है। इस श्रावण में हर तरफ भोलेनाथ के जयकारे सुनाई पड़ते हैं तथा मंगला गौरी व्रत के दिन महिलाएं अखंड सौभाग्यवती की कामना से यह व्रत करती हैं। श्रावण में सोमवार  के व्रत का जितना महत्व होता है उतना ही महत्व मंगलवार के व्रत का भी है। यहां पढ़ें खास जानकारी....

 

जय मंगला गौरी माता (आरती) 

 

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल कदा दाता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

 

अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

 

सिंह को वाहन साजे कुंडल है, साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

सतयुग शील सुसुन्दर नाम सटी कहलाता हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

 

शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

 

सृष्टी रूप तुही जननी शिव संग रंगराता नंदी भृंगी बीन लाही सारा मद माता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
 

देवन अरज करत हम चित को लाता गावत दे दे ताली मन में रंगराता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

 

मंगला गौरी माता की आरती जो कोई गाता सदा सुख संपति पाता।

जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।


मंत्र : 

 

- ह्रीं मंगले गौरि विवाहबाधां नाशय स्वाहा।

 

- ॐ शिवाये नम:।

 

- ॐ उमाये नम:।

 

- ॐ पार्वत्यै नम:।

 

- ॐ जगद्धात्रयै नम:।

 

- अस्य स्वयंवरकलामंत्रस्य ब्रम्हा ऋषि, अतिजगति छन्द:, देवीगिरिपुत्रीस्वयंवरादेवतात्मनो अभीष्ट सिद्धये।

 

- गण गौरी शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकर प्रिया। मां कुरु कल्याणी कांत कांता सुदुर्लभाम्।।

 

- नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नम:। नम: प्रकृत्यै भद्रायै नियता:प्रणता:स्म ताम्।। श्रीगणेशाम्बिकाभ्यां नम:, ध्यानं समर्पयामि। 

 

- ॐ गौरये नम:।

 

- उमामहेश्वराभ्यां नम:। 


 

मंगला गौरी व्रत के उपाय- 

 

- कुंडली में यदि मंगल दोष हो तो मंगलवार के दिन मंगला गौरी के साथ हनुमान जी के चरणों से सिंदूर लेकर माथे पर टीका लगाएं। विवाह योग्य जातक इस दिन मिट्टी का खाली पात्र बहते जल में प्रवाहित करें। 

 

- मंगल की शुभता के लिए मंगलवार के दिन संबंधी, रिश्तेदारों को मिठाई खिलाएं।

 

- मंगलवार के दिन 1 लाल वस्त्र में 2 मुट्ठी मसूर की दाल बांधकर भिखारी को दान करें।

 

- विवाह योग्य कन्याएं मंगल दोष से परेशान हो तो गीता के 18वें अध्याय के 9वां श्लोक, गौरी पूजा करें तथा सुंदरकांड का पाठ करें। 

 

- श्रावण में या मंगला गौरी व्रत के दिन श्री मंगला गौरी मंत्र- 'ॐ गौरीशंकराय नमः' का जितना ज्यादा हो सकें जाप करें।

ALSO READ: सावन सोमवार जितना ही है सावन मंगलवार का महत्व, मंगला गौरी पूजा से शिव के साथ मां पार्वती भी देती हैं आशीर्वाद

ALSO READ: मंगला गौरी व्रत : 19 जुलाई मंगलवार को पार्वती का गौरा रूप पूजा जाएगा, जानिए पूजा विधि

 




from ज्योतिष https://ift.tt/TASyRVP
Previous
Next Post »