तिथि : चतुर्दशी सुबह 10:38 तक उसके बाद पूर्णिमा शुरु होगी जो अगले दिन 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी।
शुभ संयोग :
1. रवि योग : रवि योग सुबह 05:30 से 06:53 तक रहेगा।
2. आयुष्मान योग : 10 अगस्त 07:35 से 11 अगस्त दोपहर 03:31 तक।
3. सौभाग्य योग : 11 अगस्त को दोपहर 03:32 से 12 अगस्त सुबह 11:33 तक।
4. शोभन योग : घनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग भी लगेगा।
शुभ मुहूर्त :
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:37 से 12:29।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:14 से 03:07 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:23 से 06:47 तक।
सायाह्न संध्या मुहूर्त : शाम 06:36 से 07:42 तक।
अमृत काल मुहूर्त : शाम 06:55 से 08:20 तक।
नोट : रक्षाबंधन के दिन भद्रा भी रहेगी अत: इस काल का ध्यान रखकर ही राखी बांधें। भद्रा और राहुकाल में राखी नहीं बांधते हैं।
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