Muhurat September 2022: नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ साप्ताहिक मुहूर्त, यहां पढ़ें

Weekly Muhurat 2022
 

Weekly Shubh Muhurat 2022 : नया सप्ताह इस बार 12 सितंबर 2022, सोमवार से शुरू हो रहा है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं पंचांग तथा चौघड़िए के आधार पर नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त। जानिए यहां 12 से 18 सितंबर 2022 तक के साप्ताहिक मुहूर्त में आने वाले खास व्रत-त्योहार, विशेष पर्व, दिवस, ग्रह गोचर आदि से संबंधित जानकारी। 

 

(साप्ताहिक मुहूर्त : 12 सितंबर से 18 सितंबर 2022)

 

12 सितंबर 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-सोमवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद

योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड

करण (सूर्योदयकालीन)-गरज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह

शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक

राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  

दिशा शूल-आग्नेय 

योगिनी वास-उत्तर

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मीन

व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ/भद्रा/तृतीया श्राद्ध

यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।

आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को चांदी भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


13 सितंबर 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-मंगलवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती

योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि

करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि

लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह

शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक

राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक

दिशा शूल-उत्तर 

योगिनी वास-आग्नेय 

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मेष

व्रत/मुहूर्त-श्री गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8:45 मि.)/चतुर्थी श्राद्ध

यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।

आज का उपाय-हनुमान मंदिर में मसूर की दाल चढाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


14 सितंबर 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-बुधवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विन

योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात

करण (सूर्योदयकालीन)-बालव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह

शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक

दिशा शूल-ईशान

योगिनी वास-नैऋत्य

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मेष

व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/पंचमी श्राद्ध

यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।

आज का उपाय-किसी मंदिर में शहद दान करें।

वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


15 सितंबर 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-गुरुवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी

योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण

करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल

लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह

शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक

दिशा शूल-दक्षिण  

योगिनी वास-दक्षिण

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-वृषभ

व्रत/मुहूर्त-षष्ठी श्राद्ध

यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।

आज का उपाय-किसी वृद्ध ब्राह्मण को भोजन कराएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


16 सितंबर 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-उत्तरायण 

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-शुक्रवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका

योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र

करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह

शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक

राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक

दिशा शूल-वायव्य 

योगिनी वास-पश्चिम

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-वृषभ

व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सप्तमी श्राद्ध

यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को खीर खिलाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


17 सितंबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-दक्षिणायण

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-शनिवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी

योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध

करण (सूर्योदयकालीन)-बव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह

शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक

राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक

दिशा शूल-पूर्व

योगिनी वास-वायव्य

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मिथुन

व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतयोग/आश्विन सौर मास प्रा. 

यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।

आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।

आज का उपाय-शनि मंदिर में सौंफ चढाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


18 सितंबर 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022

संवत्सर नाम-राक्षस

अयन-दक्षिणायण

मास-आश्विन

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-शरद

वार-रविवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा

योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध

करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या

शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 

राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक

दिशा शूल-पश्चिम 

योगिनी वास-ईशान

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मिथुन

व्रत/मुहूर्त-जीवित्पुत्रिका ८ व्रत/अष्टमी श्राद्ध

यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।

आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।

आज का उपाय-विष्णु मंदिर में गुड़ दान करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 

(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)

 

-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया

प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र

सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com



Weekly Muhurat 2022
 


ALSO READ: 16 श्राद्ध कर्म करने का कौन-सा समय सबसे श्रेष्ठ, जब आते हैं पितृ

ALSO READ: पितृ दोष अचूक उपाय के लिए श्राद्ध पक्ष में क्या करें, पौराणिक जानकारी




from ज्योतिष https://ift.tt/7zUoDg9
Previous
Next Post »