पौष मास कब से हो रहा है आरंभ, जानिए 10 खास बातें

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वर्ष 2022 में 9 दिसंबर, शुक्रवार से पौष मास (paush month 2022) आरंभ हो रहा है। इसी महीने में सूर्यदेव धनु राशि में प्रवेश भी करेंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष का माह दसवां महीना कहलाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस महीने में भगवान सूर्यदेव का पूजन का विशेष महत्व है। 9 दिसंबर से शुरू हुआ पौष मास 7 जनवरी 2023 को समाप्त होगा। 

 

आइए जानते हैं पौष मास से संबंधित 10 खास बातें- 

 

1. हिन्दू पंचांग के दसवें महीने को पौष (Paush) कहते हैं। इस महीने सूर्य 11,000 रश्मियों के साथ व्यक्ति को उर्जा और स्वास्थ्य प्रदान करता है। पौष मास में अगर सूर्य की नियमित उपासना की जाए तो सालभर व्यक्ति स्वस्थ और संपन्न रहता है। 

 

2. इस महीने में पौष मास की पूर्णिमा पर चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में रहता है। चंद्रमा के पुष्य नक्षत्र में रहने के कारण इस महीने को पौष का महीना कहते हैं। 

 

3. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने में उत्तम स्वास्थ्य और मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए भगवान सूर्यदेव की पूजा का विधान है। इस महीने में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है तथा उपवास भी रखा जाता है।

 

4. आपको पौष के महीने में खाने में सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। गेहूं, चावल और जौ का सेवन करना भी अच्छा माना जाता है। 

 

5. इस महीने शकर की बजाय गुड़ तथा तिल का सेवन करने से अच्छे स्वास्थ्य का लाभ मिलता है। इतना ही नहीं इस महीन में अजवाइन, लौंग और अदरक का सेवन अधिक लाभकारी होता है। 

 

6. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष के महीने में मांगलिक विवाह की चर्चा या शुभ विवाह से जुड़े कार्यक्रम करना शुभ नहीं माना जाता है तथा भूमि पूजन, हवन, गृह प्रवेश, व्यापार मुहूर्त, देव पूजन, मुंडन और जनेऊ संस्कार जैसे कार्यों पर भी रोक लग जाती है। 

 

7. पौष मास में प्रतिदिन सुबह उठकर स्‍नानादि से निवृत्त होने के बाद तांबे के लोटे में जल लेकर गुड़, रोली तथा लाल रंग के पुष्‍प डालकर सूर्यदेव को अर्घ्‍य देना चाहिए। 

 

8. इन महीने में सूर्यदेव के विशेष मंत्र 'ॐ घृणि सूर्याय नम:' का रुद्राक्ष की माला से 108 बार नियमित जाप करने से भाग्य वृद्धि होती है, तथा भगवान सूर्य की विशेष कृपा प्राप्त होती है। 

 

9. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष मास में प्रतिदिन सुबह एक तांबे के लोटे में जल भरकर और इस लोटे को हाथ में रखकर 27 बार ऊंचे स्वर में 'ॐ' मंत्र का जाप करके तत्पश्चात इस जल को सारे घर में छिड़क देने से जीवन में यश, सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य और सौभाग्य का वरदान मिलता है। ध्यान रहें कि यह उपाय लगातार 27 दिन तक करें। 

 

10. पौष महीने में सूर्योदय होने से पहले जागकर स्नान करके हल्के लाल रंग के वस्त्र धारण करने से भाग्य चमकता है तथा गरम कपड़े और अनाज दान करने से भाग्‍य में वृद्धि होती है। 

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