Budh Ast 2023: नव वर्ष 2023 के दूसरे ही दिन ग्रहों के राजकुमार बुध अस्त हो गए हैं यानी बुध उदय तक अधिक प्रभावी नहीं रहेंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार इन दिनों यह ग्रह सूर्य के अधिक करीब पहुंच जाता है, इसलिए आकाश में दिखाई नहीं देता। इस घटना (Budh Ast 2023) का कई राशियों के लोगों पर दुष्प्रभाव पड़ने की आशंका है। 14 जनवरी को बुध उदय 2023 (Budh Uday 2023 ) की अवधि यानी करीब 12 दिन तक इन्हें संभलकर रहने की जरूरत है। इस बीच जातक अस्त बुध ग्रह के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ये उपाय (ast budh grah ke upay) कर सकते हैं।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि बुध ग्रह बुद्धि प्रदाता है। कुंडली में बुध ग्रह की मजबूत स्थिति संवाद शैली अच्छी बनाती है, इससे बिजनेस आदि में भी लाभ होता है। बुध अस्त होने पर बुध के शुभ प्रभाव कम हो जाते हैं। बुध अस्त रहने की स्थिति में प्रभावित होने वाली राशियों के जातकों को वाणी आदि पर संयम रखना चाहिए। ऐसे में बुध के सकारात्मक फल प्राप्त करने के लिए बुध ग्रह से संभंधित उपायों ( Budh Ast Upay)को करना चाहिए। बुध के लिए मंत्र जाप एक अच्छा उपाय है।
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Budh Ast Upay: बुध ग्रह अस्त होने के दुष्प्रभाव को कम करने के उपाय
1. बुध ग्रह के बुरे प्रभाव को शांत करने के लिए बुध अस्त के समय प्रभावित राशियों के जातकों को दुर्गाजी की पूजा करनी चाहिए।
2. बुध गायत्री मंत्र ऊं सौम्यरूपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नो सौम्य प्रचोदयात्।
बुध त्वं बुद्धिजनको बोधदः सर्वदा नृणाम्। तत्वावबोधं कुरुषे सोमपुत्रः नमोनमः।।
मंत्र का जाप करना चाहिए।
3. ऊं ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः। मंत्र का जाप भी राहत देगा।
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4. श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।
5. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए।
6. जिन जातकों की कुंडली में बुध कमजोर हो, उन्हें बुधवार को व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
7. बुधवार के दिन हरे या लाल कपड़े पहनना चाहिए, इस दिन बिना नमक वाले मूंग के खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए।
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