agarbatti : घर या मंदिर में अगरबत्ती या धूपबत्ती जलाने का प्रचलन है। मार्केट में कई तरह की सुगंधित अगरबत्तियां मिलती हैं। ज्यादातर में चंदन, गूगल, गुलाब, केवड़ा और चमेली की खुशबू का उपयोग किया जाता है। जानते हैं कि राशि अनुसार कौनसी अगरबत्ती जलाना शुभ मानी जाती है।
मेष : लाल चंदन की अगरबत्ती
वृषभ :जैस्मिन की अगरबत्ती
मिथुन : नीम की अगरबत्ती
कर्क : गुलाब की अगरबत्ती
सिंह : पीले चंदन की अगरबत्ती
कन्या : केशर की अगरबत्ती
तुला : लोभान की अगरबत्ती
वृश्चिक : गूगल की अगरबत्ती
धनु : केवड़ा की अगरबत्ती
मकर : चमेली की अगरबत्ती
कुंभ : कस्तूरी की अगरबत्ती
मीन : लैवेंडर की अगरबत्ती
अन्य अगरबत्ती
1. षोडशांग धूप- shodashang dhoop : हर खुशबू या सुगंध का अपना अगल महत्व होता है। तंत्रसार के अनुसार अगर, तगर, कुष्ठ, शैलज, शर्करा, नागरमाथा, चंदन, इलाइची, तज, नखनखी, मुशीर, जटामांसी, कर्पूर, ताली, सदलन और गुग्गुल ये सोलह प्रकार के धूप माने गए हैं। इसे षोडशांग धूप कहते हैं। इस लिस्ट में गुलाब का नाम नहीं है। चंदन और गुग्गुल या गूगल का नाम है।
2. गुग्गल की धूप- gugal agarbatti : अक्सर गुरुवार को इसकी धूप घर में दी जाती है। गुग्गल की सुगंध से जहां आपके मस्तिष्क का दर्द और उससे संबंधित रोगों का नाश हो जाता है। इसे दिल के दर्द में भी लाभदायक माना गया है। इससे गृह कलह भी शांत हो जाता है। कहते हैं कि इस धूप से पारलौकिक या दिव्य शक्तियां आकर्षित होती है और व्यक्ति को उनसे मदद मिलती है।
3. चंदन की धूप- Chandan ki agarbatti : चंदन के कई प्रकार हैं:- हरि चंदन, गोपी चंदन, सफेद चंदन, लाल चंदन, गोमती और गोकुल चंदन। जिस स्थान पर प्रतिदिन चंदन घीसा जाता है वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है। जहां पर चंदन की खुशबू निरंतर रहती है वहां पर पितृदोष, कालसर्पदोष, वास्तुदोष और गृहकलह नहीं होता है। चंदन की सुगंध श्रीकृष्ण, शिव सहित सभी देवी और देवताओं को पसंद है।
निष्कर्ष : चंदन की अगरबत्ती या धूप बत्ती प्रतिदिन लगाई जा सकती है, लेकिन गुग्गल धूप या अगरबत्ती गुरुवार को लगाना ज्यादा फायदेमंद है। इसी के साथ षोडशांग धूप का महत्व है।
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