मेष राशि : बारह राशियों में से एक मेष राशि को सबसे ताकतवर राशि माना जाता है क्योंकि इनकी राशि का स्वामी मंगल होता है। मंगल साहस, वीरता और निडरता के साथ ही भाग्य को जागृत करने वाला भी है। यदि इस राशि के जातकों का आचरण सही है और ये हनुमानजी के उपासक हैं तो फिर इन्हें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है। इस राशि के लोगों में नेतृत्व क्षमता भी गजब की होती है। भाग्य के भी ये धनी होते हैं। मेहनत करना भी ये खूब जानते हैं।
वृश्चिक राशि : यह राशि भी मंगल की राशि है। इस राशि वालों का आत्मविश्वास बहुत ऊंचाइयों पर होता है। यह भी साहसी और निडर होते हैं। अपने मन की मनवाने में ये पारंगत हैं। तेज बुद्धि और मेहनत के दम पर सबकुछ हासिल कर लेते हैं। ये जीवन में रिस्क लेने से चूकते नहीं है। इसलिए भी ये सफल हो जाते हैं। यह सभी कामों को खुद करने की क्षमता रखते हैं। इसलिए ये राशि भी बाकी की बारह राशियों की तुलना में काफी भाग्यशाली और ताकतवर मानी जाती है।
मकर राशि : इस राशि का स्वामी ग्रह शनि है। इसलिए इन पर शनिदेव की विशेष कृपा बनी रहती है। यह राशि भी ताकत के मामले में मेष या वृश्चिक से पीछे नहीं है। यह अपने काम के दम पर भाग्य को जागृत करने का दमखम रखती हैं। इनके दिमाग को पढ़ पाना मुश्किल है। इनके पास भरपूर आत्मविश्वास होता है। नेतृत्व की क्षमता भी इनमें गजब की होती है। यह अपनी मेहनत और लगन ने दम पर आगे बढ़ना जानते हैं।
कुंभ राशि : कुम्भ राशि भी शनि की राशि है। यह राशि भी साहस और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना जानती है परंतु इस राशि के जातक बहुत जल्द बैचेन भी होकर गलत निर्णय ले लेते हैं, क्योंकि यह किसी भी कीमत पर असफलता बर्दाश्त नहीं कर सकते। इन्हें हल हाल में वह चाहिए जो यह चाहते हैं। संघर्ष और साहस में इनका कोई जोड़ नहीं। यह मेहनत के साथ दिमाग का भी उतना ही उपयोग करते हैं। योजना बनाने और नेतृत्व करने की इनमें भी गजब की क्षमता होती है। ये बुद्धिमानी से हालातों को समझते हुए काम करते हैं और इसलिए बाकी राशियों से ज्यादा भाग्यशाली साबित होते हैं।
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