Weekly Calendar 2023: नए सप्ताह के खास शुभ एवं मंगलकारी मुहूर्त (30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक)

Weekly Panchang 2023 : यहां प्रस्तुत हैं 30 अक्टूबर से 5 नवंबर 2023 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त। वेबदुनिया के पाठकों के लिए यहां दिए जा रहे हैं आने वाले नए सप्ताह के खास मुहूर्तों के बारे में विशेष जानकारी, ग्रह परिवर्तन, त्योहार और विशेष दिवस के बारे में बहुत कुछ। 

 

(साप्ताहिक मुहूर्त : 30 अक्टूबर से 5 नवंबर 2023 तक)

 

30 अक्टूबर 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-सोमवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका

योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात

करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक

राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  

दिशा शूल-आग्नेय 

योगिनी वास-उत्तर

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-वृषभ

व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग

यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।

आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को घृतपूर्ण कुम्भ (घी से भरा पात्र) भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


31 अक्टूबर 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-मंगलवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी

योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान

करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक

राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक

दिशा शूल-उत्तर 

योगिनी वास-आग्नेय

गुरु तारा-उदित  

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-वृषभ

व्रत/मुहूर्त-भद्रा/पुंसवन/सीमान्तोनयन संस्कार मुहूर्त

यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।

आज का उपाय-250 ग्राम बताशे बहते जल में प्रवाहित करें ।

वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


1 नवंबर 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त 

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-बुधवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा

योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ

करण (सूर्योदयकालीन)-बव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक

दिशा शूल-ईशान

योगिनी वास-नैऋत्य

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मिथुन

व्रत/मुहूर्त-करक (करवा) चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8:38)

यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।

आज का उपाय-किसी बटुक को शहद भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


2 नवंबर 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त 

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-गुरुवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा

योग (सूर्योदयकालीन)-शिव

करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक

दिशा शूल-दक्षिण  

योगिनी वास-दक्षिण

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-कर्क

व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अन्नप्राशन/जातकर्म/नामकरण

यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।

आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


3 नवंबर 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-शुक्रवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु

योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध

करण (सूर्योदयकालीन)-गरज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक

राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक

दिशा शूल-वायव्य 

योगिनी वास-पश्चिम

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-कर्क

व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/वाहन क्रय मुहूर्त

यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।

आज का उपाय-देवी मंदिर में जायफल चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


4 नवंबर 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक  

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-शनिवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु

योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य

करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक

राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक

दिशा शूल-वायव्य 

योगिनी वास-वायव्य

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-कर्क

व्रत/मुहूर्त-भद्रा/त्रिपुष्कर योग

यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।

आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।

आज का उपाय-शनि मंदिर में काली ध्वजा चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


5 नवंबर 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023

संवत्सर नाम-पिंगल

अयन-दक्षिणायण

मास-कार्तिक

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-हेमन्त

वार-रविवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य

योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ

करण (सूर्योदयकालीन)-बालव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला

शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 

राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक

दिशा शूल-पश्चिम 

योगिनी वास-ईशान

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-कर्क

व्रत/मुहूर्त-रविपुष्य संयोग/सर्वार्थसिद्धि योग/अहोई अष्टमी व्रत

यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।

आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।

आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 

(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)

 

-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया

प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र

सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

 


ALSO READ: करवा चौथ कब से और क्यों मनाया जाता है?

ALSO READ: Diwali 2023: छोटी दीपावली और बड़ी दीपावली में क्या अंतर है?




from ज्योतिष https://ift.tt/JlD4rRk
Previous
Next Post »