धनु संक्रांति का क्या होगा भारत पर असर

Dhanu Sankranti 2023

Dhanu Sankranti 2023 : सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने को धनु संक्रांति कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 16 दिसंबर 2023, दिन शनिवार को धनु संक्रांति रहेगी। जब भी सूर्यदेव गुरु की राशि धनु या मीन में विराजमान होते हैं तो उस समय को खरमास कहा जाता है। खरमास में किसी भी तरह का कोई मांगलिक कार्य जैसे विवाह, यज्ञोपवित, गृह प्रवेश, मकान निर्माण, नया व्यापार या किसी भी तरह का कोई भी संस्कार नहीं करते हैं।

 

धनु संक्रांति फलम:-

  • देश में चोरी और डकैती की घटनाएं बढ़ सकती है।
  • वस्तुओं की लागत सामान्य रहने वाली है। 
  • तूफान और ठंड का प्रकोप बढ़ेगा।
  • सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव रहेगा।
  • बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।

 

धनु संक्रांति का महत्व:-

  • जब सूर्य गुरु की राशि धनु या मीन राशि में जाता है तब से खरमास या मलमास प्रारंभ होगा है।
  • खरमास के लगते ही मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। एक माह तक मांगलिक कार्य वर्जित रहते हैं। 
  • इसलिए इस माह के दौरान भगवान विष्णु की नियमित रूप से पूजा करने का महत्व है।
  • धनु संक्रांति के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा का पाठ किया जाता है। 
  • भूटान और नेपाल में इस दिन जंगली आलू जिसे तारुल के नाम से जाना जाता है, उसे खाने का रिवाज है। 
  • जिस दिन से ऋतु की शुरुआत होती है उसकी पहली तारीख को लोग इस संक्रांति को बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं।
  • यह कहा जाता है कि धनु राशि में सूर्य के आ जाने से मौसम में परिवर्तन हो जाता है और देश के कुछ हिस्सों में बारिश होने के कारण ठंड भी बढ़ सकती है।
  • इस दिन के बारे में ऐसी मान्यता है कि यह दिन बेहद ही पवित्र होता है ऐसे में जो कोई इंसान इस दिन विधिवत पूजा करते हैं उनके जीवन के सभी कष्ट अवश्य दूर होते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।


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