2025 predictions: वर्ष 2025 के बारे में ज्योतिष, नास्त्रेदमस, बाबा वेंगा, अच्युतानंद की भविष्यवाणी

2025 predictions astrology: अभी वर्ष 2025 को प्रारंभ होने में 5 माह बाकी है लेकिन अभी से ही इसको लेकर सोशल मीडिया पर भविष्यवाणियां प्रारंभ हो चली हैं। ज्योतिष, नास्त्रेदमस, संत अच्युतानंद, जीवित नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा सहित तमाम भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियों से सोशल मीडिया भरा हुआ है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2024 से ज्यादा खतरनाक रहेगा वर्ष 2025। आओ जानते हैं वायरल हो रही भविष्यवाणियों पर एक नज़र।ALSO READ: गुरु अतिचारी, शनि का मीन राशि में प्रवेश और राहु की उल्टी चाल, क्या बिगाड़ देगी देश-दुनिया का हाल

 

  • ज्योतिष के अनुसार 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
  • 14 मई 2025 से गुरु ग्रह वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में 3 गुना अतिचारी होंगे।
  • 18 मई 2025 को राहु ग्रह बृहस्पति की राशि मीन से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा।
  • नास्त्रेदमस के अनुसार '27 अक्टूबर 2025 को होगा विनाश।
  • भविष्य मालिका के अनुसार 29 मार्च 2025 को विनाश की शुरुआत होगी।
  • जीवित नास्त्रेदमस एथोस सैलोम ने की एलियन से मनुष्य की मुलाकात की भविष्वाणी।

 

शनि का मीन में गोचर : ज्योतिष के अनुसार 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। रशिया यूक्रेन, इजरायल हमास के बाद बदलती दुनिया में अब नए मोर्चों पर युद्ध का बिगुल बज सकता है। कुंभ राशि में स्थित शनि के प्रभाव के कारण अकाल, युद्ध, विस्फोट, भूचाल, महामारी के साथ ही जनवरी माह 2025 में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है जिसके चलते बड़ी तादाद में जन और धन हानि होने की आशंका है। ALSO READ: Guru Gochar 2025: दुनिया में महायुद्ध करवाते हैं अतिचारी गुरु, 8 साल तक रहेगी बृहस्पति की यह स्थिति

 

तीन गुना अतिचारी बृहस्पति का मिथुन में गोचर : ज्योतिष के अनुसार 14 मई 2025 से गुरु ग्रह वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में 3 गुना अतिचारी हो रहे हैं। अतिचारी यानी वे अब तेज गति से एक राशि को बहुत कम समय में पार करके पुन: उसी राशि में वक्री लौटेंगे और फिर मार्गी होकर पुन: अगली राशि में चले जाएंगे। ऐसे वे 8 वर्षों तक करेंगे। बृहस्पति की इस असामान्य गति से धरती पर हलचल बढ़ जाएगी, क्योंकि बृहस्पति की मीन राशि में शनि और राहु की युति मई 18 मई 2025 तक रहेगी। बृहस्पति ग्रह जीवन, शीतलता, सुख, समृद्धि, उन्नति और बुद्धि प्रदान करता है परंतु जब इसकी चाल बिगड़ जाए तो भारी नुकसान देखने को मिलते हैं। बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के चलते धरती के मौसम और तापमान में बदलाव हो जाएगा।

 

राहु का मीन में गोचर : 18 मई 2025 को राहु ग्रह बृहस्पति की राशि मीन से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा। कुंभ में राहु के जाने से देश दुनिया हलचल और तेज हो जाएगी। कोरोना वायरस की तरह किसी नई महामारी के आने की संभावना है। टेक्नोलॉजी इतनी विकसित हो जाएगी जिसकी कभी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। लोग अंतरिक्ष में जाने की योजना बनाएंगे।

Who is Achyutananda das

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नास्त्रेदमस : '27 अक्टूबर 2025 को मेष के प्रभाव में तीसरी किस्म की जलवायु आएगी, एशिया का राजा मिस्र का भी सम्राट बनेगा। युद्ध, मौतें, नुकसान और ईसाइयों की शर्म के हालात बनेंगे।-( नास्त्रेदमस 3/77 सेंचुरी)। 

 

बाबा वेंगा : 2025 तक विश्व की जनसंख्या लगभग 8 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है लेकिन बाबा वंगा ने अपनी मृत्यु से पहले कहा था कि वर्ष 2025 में यूरोप की आबादी लगभग खत्म हो जाएगी या शून्य हो जाएगी।  ALSO READ: Prediction 2025: वर्ष 2025 में घटेंगी 3 बड़ी घटनाएं, सावधान रहने की है जरूरत

 

अच्युतानंद : संत अच्युतानंद दास की भविष्‍यवाणी का अनुवाद करने वाले लोगों के अनुसार 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। भविष्य मालिका में लिखा है कि शनि जब मीन राशि में जाएगा तब भारत का समय खराब शुरू होगा। ढाई वर्ष तक अराजकता रहेगी। जब गगन गादी संभालेंगे तब जगन्नाथ का मंदिर समुद्र के जल में डूब जाएगा। मंदिर क्या संपूर्ण ओड़िशा में जल प्रलय होगी। भविष्यवाणी के अनुसार एक संत के हाथों में होगी देश की बागडोर जो अविवाहित होगा। वही संपूर्ण क्षत्रप होगा। जब गगन गादी पर होंगे और ओड़िसा के दिव्यसिंह राजा गादी पर होंगे तब भारत पर आक्रमण होगा। ओड़िशा पर जो बम गिराएं जाएंगे वह काम नहीं नहीं करेंगे। भारत ही अंत में जीत जाएगा। रशिया से सैंकड़ों लोग जगन्नाथजी के दर्शन करने आएंगे और ढेर सारा सोना अर्पित करेंगे। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में ओड़िसा के राजा दिव्यसिंह गजपति गादी पर विराजमान हैं और गगन नामक सेवक भी जगन्नाथ मंदिर की गादी पर विराजमान हैं। ओड़िसा में ऐसी जनश्रुति है कि वर्ष 2024 से लेकर 2033 तक दुनिया में सबकुछ बदल जाएगा।ALSO READ: शनि जब भी जाता है मीन राशि में मचती है तबाही, क्या होगा वर्ष 2025 में जानें

 

जीवित नास्त्रेदमस एथोस सैलोम: ब्राजील के 37 साल के भविष्यकता एथोस सैलोम को कुछ लोग जीवित नास्त्रेदमस कहते हैं। उन्होंने कई भविष्यवाणियां की हैं, जो सच साबित हो चुकी हैं। जैसे कोविड-19 के प्रसार की भविष्यवाणी, रूस-यूक्रेन युद्ध और क्वीन एलिजाबेथ के मौत की भविष्यवाणी आदि। 'मिरर' की रिपोर्ट रिपोर्ट के अनुसार अब एथोस सैलोम ने चौंकाने वाली भविष्यवाणियाँ की हैं, जिसमें तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत, कोरोना से भी बदतर महामारी पैदा करने वाले एक नए वायरस का प्रसार, एक बड़ा साइबर हमला और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मृत लोगों के साथ संचार शुरू करना शामिल है।  एथोस सैलोमे ने दावा किया है कि आने वाले 4 साल में एलियन जीवन की खोज हो जाएगी। एथोस सैलोमे का दावा है कि वे 'जैविक अन्वेषण में एक नया मोर्चा' कहते हैं, जो साल 2026 और 2028 के बीच आएगा। 

 

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