रक्षा बन्धन पर भद्रा काल:-
भद्रा पूंछ- सुबह 09:51 से 10:56 तक।
भद्रा मुख- सुबह 10:56 से दोपहर 12:37 तक।
भद्रा अन्त समय- दोपहर 01:30 से।
कब बांधें राखी : सुबह से लेकर दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक राखी नहीं बांध सकते हैं। इसके बाद शाम 7 बजे के पहले तक राखी बांध सकते हैं क्योंकि शाम 7:00 बजे से पंचक प्रारंभ होंगे। इसलिए शाम 7 के पहले ही राखी बांध लें।
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त:-
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:58 से दोपहर 12:51 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:35 से दोपहर 03:27 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:56 से 07:18 तक।
रक्षा बंधन प्रदोष मुहूर्त : शाम 06:56:06 से रात्रि 09:07:31 तक।
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त : मध्याह्न 3:30 से 6:45 मिनट तक।
भाई बहन का एक दूसरे की रक्षा हेतु बंधन : रक्षाबंधन पर भाई जहां बहन की रक्षा का वचन देता है वहीं बहन यह रक्षा सूत्र बांधकर भाई की रक्षा की कामना करती है। इस अवसर पर भाई कोई न कोई उपहार जरूर देता है। माना जाता है कि राजसूय यज्ञ के समय भगवान कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा सूत्र के रूप में अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था। इसी के बाद से बहनों की ओर से भाई को राखी बांधने की परंपरा शुरू हो गयी। यह त्यौहार भाई-बहन के असीम प्रेम और अटूट रिश्ते को दर्शाता है और राखी का धागा दोनों के स्नेह को दर्शाता है। देशभर के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। राखी बांध कर तिलक लगाकर भाई को मीठा जरूर खिलाया जाता है।
from ज्योतिष https://ift.tt/iQpTjlm
EmoticonEmoticon