
1. कर्क राशि में मंगल के गोचर का प्रभाव खराब रहेगा क्योंकि कर्क राशि मंगल की नीच राशि है तथा शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं इसलिए मंगल और शनि का षडाष्टक संबंध बन रहा है यह संबंध ज्योतिष की दृष्टि से पूर्णतया प्रतिकूल है इस संबंध के प्रभाव से कई तरह की नकारात्मक घटनाएं देखने को मिल सकती है।
2. मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है तथा जल तत्व की राशि कर्क में लंबे समय तक गोचर कर रहे हैं इसके प्रभाव से प्रकृति में असामान्य घटनाएं घट सकती है। कई जगह वर्षा हिमपात तथा सर्दियां ज्यादा परेशान करेगी मंगल साहस वीरता लड़ाई झगड़े का भी कारक माना जाता है मंगल के गोचर की वजह से विश्व में भी युद्ध का खतरा तथा हिंसा घटनाएं अपना भयावहरूप दिखा सकती है।
3. मंगल का गोचर भारत में भी राजनीतिक उथल-पुथल तथा सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा दे सकता है। ग्रहों के सेनापति मंगल युद्ध, क्रोध, साहस, आवेग और भूमि के कारक माने जाते हैं। मंगल का कर्क राशि में जाना ज्योतिषी दृष्टिकोण से अच्छा नहीं माना जाता मंगल का नीच राशि कर्क में गोचर प्राकृतिक आपदाएं तथा जन-धन की हानि करवा सकता है।
4. मंगल के राशि परिवर्तन से कई राशियों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा मंगल के गोचर की वजह से मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, धनु तथा मकर राशि के जातकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इन राशियों के लिए 21 जनवरी तक का समय नकारात्मक प्रभाव रखने वाला होगा।
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