1. कन्या राशि: आपकी कुंडली के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी मंगल का ग्यारहवें भाव में वक्री गोचर हुआ है। इसके फलस्वरूप नौकरी और करियर में आपको सफलता मिलेगी। अचानक से धनलाभ की संभावना है। आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। कारोबारी हैं तो पैतृक संपत्ति, शेयर बाजार, वायदा बाजार के माध्यम से लाभ मिल सकता है या पूर्व में किए गए निवेश से लाभ होगा। पारिवारिक जीवन की बात करें तो जीवनसाथी के साथ रिश्ता मजबूत होगा। सेहत भी अच्छी बनी रहेगी।
2. तुला राशि : आपकी कुंडली के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी मंगल का दसवें भाव में वक्री गोचर हुआ है। इसके परिणामस्वरूप आपकी बचत में बढ़ोतरी होगी। नौकरी के सिलसिले में बाहर जाना पड़ सकता है। इससे आपको लाभ की संभावना है। कारोबारी हैं तो साझेदारी के व्यापार में उन्नति होगी और यदि खुद का कारोबार है तो अच्छा खासा लाभ हो सकता है। घर परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। सेहत भी अच्छी बनी रहेगी।
3. वृश्चिक राशि: आपकी कुंडली के पहले भाव और छठे भाव के स्वामी मंगल का नौवें भाव में वक्री गोचर हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। खासकर धार्मिक यात्रा से आपको लाभ होगा। नौकरीपेशा या कारोबारी हैं तो काम के सिलसिले में भी लंबी यात्रा करना पड़ सकती है। दोनों ही क्षेत्र में धनलाभ होगा। जीवनसाथी के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे। सेहत भी अच्छी रहेगी। ALSO READ: शुक्र का मकर राशि में गोचर, 4 राशियों को मिलेगा अचानक से धन
4. मीन राशि: आपकी कुंडली के दूसरे और नौवें भाव के स्वामी मंगल का पांचवें भाव में वक्री गोचर हुआ है। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपका मन धर्म कर्म के कार्य में लगेगा। इसी के साथ ही आपकी कड़ी मेहनत के कारण नौकरी में प्रमोशन और इंक्रीमेंट के चांस बढ़ जाएंगे। कारोबारी हैं तो आपको औसत लाभ होगा। जीवनसाथी और संतान के साथ आप खुश नजर आएंगे। भविष्य की चिंता को लेकर आपको हल्का सिरदर्द रह सकता है। ALSO READ: वर्ष 2025 में वृश्चिक राशि पर से शनि की ढैय्या होने वाली है समाप्त, फिर भी क्यों रहना होगा सतर्क?
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