1. मेष राशि: शनि के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इस दौरान आर्थिक, शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यदि आपने अपने कर्म अच्छे रखे और शनि के मंदे कार्यों से दूरी बनाकर रखी तो शनि आपको लाभ देगा। हालांकि गुरु पूरे वर्ष आपका सहयोग करेगा लेकिन शर्त यह है कि आप गुरु जैसा चरित्र बनाकर रखें।
2. सिंह राशि: सिंह राशि वालों पर भी शनि ढैय्या का प्रभाव रहेगा, जिससे आर्थिक परेशानियां और जीवन में अन्य चुनौतियां आ सकती हैं। खासकर दांपत्य जीवन में बहस और अहंकार से बचकर रहना होगा। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और समझदारी एवं संयम से काम लें अन्यथा आप मुसीबत में पड़ सकते हैं।ALSO READ: Lal Kitab Rashifal 2025: कुंभ राशि 2025 का लाल किताब के अनुसार राशिफल और उपाय
3. धनु राशि: 29 मार्च 2025 से शनि आपके तीसरे भाव से निकलकर चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। इसके चलते शनि की ढैया प्रारंभ हो जाएगी। इस दौरान आपको शनि के मंदे कार्यों से दूर रहना होगा। गृह कलह और किस भी तरह के विवाद से बचकर रहना उचित रहेगा।
4. कुंभ राशि: शनि के मीन राशि में जाने से कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण शुरू होगा। हालांकि शनि के कुंभ में रहते आपको ज्यादा परेशानी नहीं उठाना पड़ी होगी परंतु अब अंतिम चरण में लाभ या हानि आपके कर्मफल पर निर्भर करती है। यदि अच्छे कर्म नहीं किए होंगे तो इस दौरान जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन बीच-बीच में शनि की कृपा से स्थिति में सुधार भी होगा।
5. मीन राशि: मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण प्रारंभ होगा, जो सबसे कष्टकारी माना जाता है। यदि कर्म अच्छे हैं तो डरने की जरूरत नहीं। हालांकि इस अवधि में जीवन में कई बदलाव और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।ALSO READ: शनि ग्रह के गोचर से कैसे बदला देश और दुनिया का भविष्य, जानिए इतिहास और अब मीन में जाने से क्या होगा?
शनि के 3 अचूक उपाय:
1. मंगलवार के दिन हनुमानजी को चोला अर्पित करें और गुड़, चना और मसूर की दाल का दान करें।
2. शनिवार के दिन शनिदेव को छाया दान करें और दिव्यांगों को भोजन कराएं।
3. गुरुवार के दिन गुरु का दान करें और गुरुवार का उपवास करें।
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