सावन माह में भगवान शिव शंकर को तरह-तरह से प्रसन्न किया जाता हैं। सावन माह में शिव जी की भक्ति के सर्वश्रेष्ठ भी माना जाता है, उनसे मनवांछित फल की प्राप्ति के लिए लोग उन्हें प्रसन्न करने की कोशिशों में जुट जाते हैं और इसलिए शिवलिंग पर जल में दूध मिलाकर कच्ची लस्सी और गंगाजल से रुद्राभिषेक करते हैं। आज तक हमने सिर्फ जलाभषेक, दूध से अभिषेक या पंचामृत से शिव के अभिषेक के बारे में सुना हैं लेकिन आज हम आपको मनोकामनाओं के अनुसार शिव जी के अभिषेक के बारे में बताएंगे हम भगवान शिव की कई तरह से पूजा करते हैं।
आप जल, दूध, दही के अलावा भी कई चीज़ों द्वारा शिव जी का अभिषेक कर सकते हैं। हां आपको बताते हैं की शिव जी का घी, तेल, सरसों का तेल, गन्ने के रस और शहद से भी अशिषेक किया जाता है। लेकिन इन चीज़ों से किसी विशेष मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अभिषेक किया जाता है।रुद्राभिषेक भी निश्चित अवधि में तथा सम्बंधित मंत्रोच्चारण के साथ किया जाता है। ज्योतिषाचार्य के बताए अनुसार रुद्राभिषेक करते समय महामृत्ंयुजयमंत्र का जाप करते रहना चाहिए, ऐसा करने से भोलेनाख की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसलिए उक्त मंत्र के उच्चारण के साथ ही रुद्राभिषेक करना चाहिए।
मनोकामना अनुसार इन वस्तुओं से करें शिव जी का अभिषेक
1. कष्टों के निवारण के लिए
पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करने पर हर प्रकार के कष्टों का निवारण होता है।
2. यश और लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए
गाय के दूध से रुद्राभिषेक करने से मनुष्य को यश और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है तथा घर में खुशहाली आती है।
3. गृह क्लेश दूर करने के लिए
भगवान शंकर को गंगाजल परम प्रिय है, इसी कारण गंगा को भगवान शिव ने अपनी जटाओं में धारण कर रखा है ।
4. वंश वृद्घि के लिए
शिवलिंग पर गाय के शुद्घ देसी घी से अभिषेक करने पर वंश की वृद्घि होती है।
5. घर में धन का अभाव
शिवलिंग का गन्ने के रस से अभिषेक करने पर घर में लक्ष्मी का सदा वास रहता है तथा किसी वस्तु की कभी कोई कमी नहीं रहती।
6. शत्रुओं के नाश के लिए
शिवलिंग का सरसों के तेल के साथ रुद्राभिषेक करने पर शत्रुओं का नाश होता है तथा हर क्षेत्र में विजय की प्राप्ति होती है।
7. रोग निवारण के लिए
शहद से अभिषेक करने पर हर प्रकार के रोगों का निवारण होता है तथा यदि पहले ही कोई रोग लगा हो तो उससे छुटकारा भी मिलता है।
8. संतान सुख के लिए
मक्खन से अभिषेक करने पर अति उत्तम संतान सुख की प्राप्ति होती है।
9. शुभ फलों की प्राप्ति के लिए
धतूरे के एक लाख फूलों से निरंतर अभिषेक करने पर शुभ फलों की प्राप्ति होती है परंतु लाल डंठल वाले धतूरे से पूजन करना अति उत्तम माना गया है
10. सुख-संपति की प्राप्ति के लिए
हरसिंगार के फूल से शिव जी की पूजा करने पर घर में सुख-संपति की प्राप्ति होती है।
11. सुख-समृद्घि के लिए
घर में सुख-समृद्घि के लिए सावन के महीने में बेल पत्र से पूजन करना चाहिए तथा वहीं पत्नी सुख की प्राप्ति के लिए 40 दिन तक लगातार बेल पत्र से भगवान का अभिषेक करना चाहिए।
12. धन-दौलत की प्राप्ति के लिए
भगवान को नीलकमल और लाल कमल अति प्रिय हैं, इन फूलों से भगवान का पूजन करने से धन-दौलत की प्राप्ति होती है।
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