हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख व शांति की इच्छा रखता है। वह अपने जीवन में हर क्षेत्र में तरक्की करना चाहता है, वह उसके लिए हर संभव प्रयास करने की कोशिशें भी करता है। हिंदू धर्म के अनुसार माना जाता है की जिस प्रकार हम देवताओं की पूजा करते हैं उसी प्रकार हमारे पूर्वजों को भी पूजा जाता है। उनके आशीर्वाद से ही हर मनुष्य अपने जीवन में आगे बढ़ता है। इसलिए हमें देवी-देवताओं के साथ उनकी भी पूजा करना चाहिए। मनुष्य के जीवन में कई कठिनाईयां आती हैं जिनके कारण उसे उतार-चढ़ाव का महसूस होते हैं। इन्हीं सभी कठिनाईयों के बीच कुछ कष्ट ऐसे भी होते हैं जिन कष्टों को हमें सहन करना असंभव सा हो जाता है। ज्योतिषी, वास्तुशास्त्री, तांत्रिक, मांत्रिक जो-जो कारण बतलाते हैं, उन्हें निर्मूल करने के लिए जो प्रयास किए जाते हैं, कभी कभी पितृदोष हमारी कुंडली में ही रहते हैं लेकिन कभी कभी हमें ये दोष हमारी ही कुछ गलतियों के कारण लग जाते हैं। आइए जानते हैं ऐसी कौन सी गलतियां हैं जिनके कारण हमें पितृदोष लग सकते हैं।
इन बातों को लेकर रखें विशेष सावधानियां, जाने-अनजाने कभी ना करें ये गलतियां इनके कारण लग सकता है पितृदोष, आइए जानते ये कारण...
1. पितरों का विधिवत् संस्कार, श्राद्ध न होना।
2. पितरों की विस्मृति या अपमान।
3. धर्म विरुद्ध आचरण।
4. वृक्ष, फल लदे, पीपल, वट इत्यादि कटवाना।
5. नाग की हत्या करना, कराना या उसकी मृत्यु का कारण बनना।
6. गौहत्या या गौ का अपमान करना।
7. नदी, कूप, तड़ाग या पवित्र स्थान पर मल-मूत्र विसर्जन।
8. कुल देवता, देवी, इत्यादि की विस्मृति या अपमान।
9. पवित्र स्थल पर गलत कार्य करना।
10. पूर्णिमा, अमावस्या या पवित्र तिथि को संभोग ना करें।
11. पराई स्त्रियों से संबंध बनाना।
12. गर्भपात करना या किसी जीव की हत्या करना।
13. कुल की स्त्रियों का अमर्यादित होना।
14. पूज्य व्यक्तियों का अपमान करना इत्यादि कई कारण हैं।
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