इस रत्न को धारण करने से कुंडली के अशुभ ग्रह देने लगते है शुभ फल

 

व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्याओं का 50 प्रतिशत समाधान ज्योतिष शास्त्र में बताये गए प्रयोगों को करने से हो जाता हैं । अगर किसी को एक के बाद एक समस्याओं ने चारों तरफ से घेर लिया हो, उससे निकलने के अनेक प्रयास भी असफल हो रहे हो तो घबराने या हिम्मत हारने के बजाय एक बार जरूर ज्योतिष के इस उपाय का प्रयोग करे । ज्योतिष के अनुसार रत्न ही एक ऐसा सरल उपाय है, जिसे धारण करने वाला व्यक्ति बड़ी सरलता से कठिन से कठिन समस्याओं से बाहर निकल जाता हैं । इन्हें धारण करने से कुंडली में बैठे अशुभ ग्रहों की उलटी चाल भी सीधी हो जाती हैं । जाने कौन सा रत्न पहनना आपके लिए लाभकारी हो सकता हैं ।

 

1- ज्योतिष के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर होने के कारण भी उसे आर्थिक समस्या के अलावा भी अनेक परिशानी से दो चार होना पड़ता है । ऐसे व्यक्ति सूर्य को मजबूत करने के लिए 7 या 9 रत्ती का माणिक्य रत्न को सोने या फिर तांबे की अंगूठी में बनाकर शुक्ल पक्ष में रविवार के दिन पुष्य योग में किसी अभिमंत्रित या सिद्ध करवा के दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करें । जल्दी ही समस्याएं खत्म होने लगेगी ।


2 - अगर किसी का चंद्रमा कमजोर हो तो सोमवार के दिन रोहिणी नक्षत्र चांदी की अंगूछी में 5 रत्ती का मोती बनवाकर सीधे हाथ की कणिका (छोटी) अंगुली में धारण करने से कुंडली में चंद्रमा शक्तिशाली हो जायेगा ।


3- जो व्यक्ति मंगल ग्रह के कारण परेशानी में हो तो मंगल को शक्तिशाली बनाने के लिए 5 रत्ती का मूंगा रत्न सोने या तांबे की अंगूठी जड़वाकर शुक्ल पक्ष के मंगलवार को सूर्योदय के समय अनुराधा नक्षत्र में धारण करें ।


4- बुध ग्रह की कृपा पाने के लिए बुधवार के दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में 7 रत्ती का मयूर पंख के समान रंग वाला पन्ना रत्न धारण करें । ऐसी मान्यता हैं की इस रत्न को धारण करते ही लाभ होने लगता हैं ।


5- बृहस्पति के लिए पुखराज रत्न सबसे उत्तम है । पुखराज रत्न 5, 7, 9,या 11 रत्ती का सोने की अंगूठी में दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली में गुरु-पुष्य योग में ठीक सूर्यास्त के समय धारण करने से व्यक्ति उच्च लक्ष्य को प्राप्त करता हैं ।


6- शुक्र ग्रह को शक्तिशाली बनाने के लिए कम से कम दो कैरेट का हीरा रत्न मृगशिरा नक्षत्र में दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें । संतान या विवाह आदि की समस्याएं दूर हो जाती हैं ।


7- शनि ग्रह की शांति के लिए नीलम रत्न सबसे अधिक लाभकारी है । 5, 7 या 9 रत्ती का नीलम रत्न शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र में पंचधातु से बनी की अंगूठी में बनाकार सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करने से शनि से संबंधित परेशानी खत्म होती हैं ।


8- कुंडली में राहु की उलटी चाल को सीधा करने के लिए 6 रत्ती का गोमेद रत्न उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में बुधवार या शनिवार को पंचधातु की अंगुठी में मध्यमा अंगुली में धारण करने से राहु का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता ।


9- केतु ग्रह की शांति के लिए 6 रत्ती का लहसुनिया रत्न गुरु गुरूवार के दिन पुष्य योग में सूर्योदय से पूर्व पंचधातु की अंगुठी जड़वाकर सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें ।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2r1zKt4
Previous
Next Post »