साल 2019 में इन 3 राशियों पर रहेगी शनि की साढ़ेसाती, जानिए क्या होगा इनका हाल

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनिदेव को न्यायाधीश कहा जाता है। वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। वैसे तो हर ग्रह की महादशा हर राशि में अपने समयानुसार चलती हैं। लेकिन शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या के नाम से लोग बहुत ही डरते हैं। हर व्यक्ति को लगता है की शनि की दशा में सिर्फ व्यक्ति को नुकसान या कष्ट ही मिलता है। लेकिन पंडित रमाकांत मिश्रा बताते हैं की ऐसा बिलकुल नहीं है, यह बात बिलकुल जरुरी नहीं है की शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैय्या में व्यक्ति को सिर्फ कष्ट ही मिले। दसअसल, पंडित जी बताते हैं की शनिदेव जिस व्यक्ति के कर्म बुरे होते हैं उसे बहुत कष्ट और नुकसान पहुंचाते हैं, वे उस व्यक्ति को करोड़पति से रोड़पति बना देते हैं। वहीं अगर व्यक्ति के कर्म अच्छे हैं तो शनिदेव उसे आसमान की बुलंदियों तक पहुंचा सकते हैं।

shani sadhesati

वैसे तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या किन राशियों पर चलेगी इसका सही अनुमान जन्मपत्रिका देखकर ही लगाया जा सकता है, लेकिन इसके अलावा भी ज्योतिष गणना और उसके आंकलन से जाना जा सकता है की शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या किन राशियों पर चलने वाली है। आइए एक ऊपरी आकलन के अनुसार जानते हैं साल 2019 में शनि की साढ़ेसाती किन तीन राशियों पर चलेगी और उनपर उसका कैसा प्रभाव पड़ेगा। पंडित जी बताते हैं की ज्योतिष के अनुसार शनि की स्थिति व दृष्टि व्यक्ति के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। किसी भी जातक की जन्मपत्रिका का परीक्षण कर उसके भविष्य के बारे में संकेत करने के लिए जन्मपत्रिका में शनि के प्रभाव को देखना बहुत जरुरी होता है।

वर्ष 2019 में वृश्चिक, धनु, एवं मकर राशि वाले जातक वर्ष पर्यन्त शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित रहेंगे। शनि मन्द गति से चलने वाला ग्रह हैं। शनि एक राशि में ढ़ाई वर्ष तक रहते हैं। ज्योतिष अनुसार शनि दु:ख के स्वामी भी है अत: शनि के शुभ होने पर व्यक्ति सुखी और अशुभ होने पर सदैव दु:खी व चिन्तित रहता है। शुभ शनि अपनी साढ़ेसाती व ढैय्या में जातक को आशातीत लाभ प्रदान करते हैं वहीं अशुभ शनि अपनी साढ़ेसाती व ढैय्या में जातक को घोर व असहनीय कष्ट देते हैं। गोचर अनुसार शनि जिस राशि में स्थित होते हैं उसके साथ ही उस राशि से दूसरी और द्वादश राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव माना जाता है। वहीं शनि जिन राशियों से चतुर्थ व अष्टम राशिस्थ होते हैं वे शनि की ढैय्या के प्रभाव वाली राशियां मानी जाती हैं। वहीं धनु, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों की कुंडली में शनि की स्थित व दृष्टि से उन पर पड़ने वाले प्रभावों का अनुमान लगाया जाएगा।



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