ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसी मान्यता है कि कुछ ऐसे योग हैं जिनमें किसी तरह के शुभ कार्य करने की मनाही होती है, विशेषकर पंचक योग । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा कुंभ राशि और मीन राशि में रहता है, वही समय पंचक कहलाता है, और इसी तरह घनिष्ठा से रेवती तक जो पांच नक्षत्र (घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती ) होते हैं, उन्हें पंचक कहा जाता हैं । जब तक पंचक की अवधि होती हैं तब तक कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही है । यहां तक की अगर किसी की मृत्यु भी पंचक में हो जाये तो उसे भी अच्छा नहीं माना जाता । अगर किसी की मौत पंचक में हो गई हो तो अंतिम संस्कार से पहले पंचक दोष निवारण के उपाय जरूर करें ।
ज्योतिष तो यहां तक कहते हैं कि अगर भूलकर भी पंचक की अवधि में किसी व्यक्ति ने कोई शुभ कार्य लिय तो उनके कार्य सफल ना के बराबर सफल हो पाते है, और उन्हें बाद में पछताना ही पड़ता है । इस साल 2019 में पंचक 9 जनवरी बुधवार को दोपहर 1 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर 14 जनवरी सोमवार 2019 को दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा । इसलिए पंचक की इस अवधि में प्रयास करें की कोई भी शुभ कार्यों को करने से बचे ।
पंचक में वर्जित है ये शुभ कार्य
1- जब पंचक लगा हो उस अवधि में लकड़ी, तेल, ईधन, छप्पर, आदि वस्तुओं को नहीं खरीदना चाहिए ।
2- पंचक की अवधि में मकान की मरम्मत के कार्य नहीं करने चाहिए ।
3- जब पंचक लगा हो तब पलंग, खटिया, कुर्सी और सोफा आदि को बनाने या सुधारने के कार्य नहीं करवाना चाहिए ।
4- पंचक को दौरान नई नवेली दुल्हन को लाने या विदाई भूलकर भी नहीं करना चाहिए ।
5- पंचक की अवधि में प्रयास करें की कोई भी नये कामों का आरंभ नहीं हो ।
6- पंचक के दौरान जमीन जायदाद, नये पुराने वाहन आदि को ना तो खरीदे और ना ही बेचे ।
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