भविष्य एकदम अनिश्‍चित नहीं है, हमारा ज्ञान अनिश्‍चित है : ओशो

ज्‍योतिष का एक डायमेंशन है, एक आयाम है। फिर भविष्‍य को जानने के और आयाम भी हैं। मनुष्‍य के हाथ पर खींची हुई रेखाएं हैं,

from ज्योतिष http://bit.ly/2HhqoEk
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