यूं तो बजरंगबली को बाल ब्रम्हचारी कहा जाता है, लेकिन इसके बावजूद एक जगह ऐसी है जहां वे अपने भक्तों का विवाह भी करवाते हैं। हनुमान जी ने वनवास के दौरान भगवान श्री राम और देवी सीता को भी मिलाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई थी। इसी प्रकार हनुमान जी का एक मंदिर ऐसा है जहां भक्त उनके पास शादी की अर्जी लेकर आते है और हनुमान जी अपने भक्त की मुराद पूरी करते हैं। यह मंदिर शादी वाले हनुमान जी के नाम से प्रसिद्ध है। यह प्रसिद्ध मंदिर जबलपुर जिले से 20 किलोमीटर दूर आगासौद गांव में स्थित है। यहां लोगों का मानना है की हनुमान जी के इस मंदिर में लोग शादी की मनोकामना लेकर आते हैं और यहां अर्जी लगाने के 90 दिन के अंदर ही शादी की मनोकामना पूरी भी हो जाती है। मंदिर में युवक-युवती अपनी शादी की मुरादें लेकर बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आते हैं।
नारियल बांधकर लगाते हैं अर्जी
हनुमान मंदिर में मनोकानाओं के लिए अर्जी लगाई जाती है। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु लाल कपड़े में नारियल बांधते हैं। इसके बाद मन में मनोकामना लेकर इसे मंदिर में ही बांध दिया जाता है। मनोकामना पूरी होने के बाद इस नारियल को बजरंगबली को अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि शादी ही नहीं बल्कि हनुमानजी सभी प्रकार के कष्टों को दूर करते हैं।
अर्जी पूरी होने पर आते हैं लोग
यहां स्थानिय लोगों का कहना है की मंदिर में अर्जी लगाने के लिए श्रद्धालु को तीन बार आना पड़ता है। अर्जी पूरी होने के बाद यहां हवन किया जाता है। जो मंदिर समिति कराती है। ग्रामीण सीताराम का कहना है कि यहां रोजाना लोग शादी की मनोकामना लेकर आते हैं। अभी तक सैकड़ों विवाह संपन्न हो चुके हैं।
हफ्ते में दो दिन लगता है भक्तों का तांता
शनिवार और मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में बहुत भीड़ होती है। इसलिए इन दिनों भक्तों का तांता लगा रहता है, मंदिर में ना सिर्फ गांव के बल्कि दूर-दूर से भी लोग पूजा करने व अर्जी लगाने आते हैं। यहां गुरुवार को भी विशेष पूजन किया जाता है। शादी को लेकर प्रचलित मान्यता के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि यहां लगाई गई अर्जी कभी खाली नहीं जाती है।
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