शिव के शिष्य सूर्यपुत्र शनिदेव सोमवती अमावस्या के दिन यानि 3 जून 2019 को जन्म लेंगे। इस दिन महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए वट सावित्री व्रत भी रखेंगी।
बताया जा रहा है कि इस बार विशेष संयोग बन रहा है, जिस कारण साढ़ेसाती, ढैय्या से परेशान जातकों को इस बार शनिदेव साधना में सफलता देंगे। अमावस्या दो जून को 4:40 बजे से शुरू होकर 3 जून को 3:31 बजे तक रहेगी।
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपके कुंडली शनि बुरा प्रभाव दे रहा है या उनके प्रकोप से परेशान हैं तो इस दिन कुछ उपाय कर सकते हैं, जिससे शनिदेव प्रसन्न हो जाएंगे। आइये जानते हैं कि शनि जयंती के दिन क्या और कैसे करें....
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- अमावस्या के दिन शनिदेव (कवज, स्तोत्र, मंत्र जाप) करें
- शनि मंदिर में काले तिल, काली उड़द, काली राई, लौह पात्र, गुड़ आदि दान करें
- अपने हाथ की नाप का 19 हाथ काला धागा माला बनाकर पहनाएं
- काले घोड़े की नाल या नाव की कील का अंगूठी माध्यम उंगली में पहनें
- सायंकाल में पीपल वृक्ष के चारो ओर कच्चा सूत लपेटें
- काली गाय को लड्डू खिलाएं और उसकी पूजा करें
- पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाकर तिल के तेल का दीपक जलाएं
- पितरों का श्राद्ध जरूर करें। इस दिव को कालसर्प योग और पितृदोष शांति उपाय करने के लिए शुभ माने जाते हैं
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