गजानन (Lord Ganesha ) की पूजा अर्चना के साथ हमें उनसे काफी कुछ सीखने को भी मिलता है। बुद्धि के देवता महागणेश मंगलमूर्ति कहे जाते हैं, क्योंकि इनके सभी अंग जीवन को सही दिशा देने की सिख देते हैं। गणेश जी समृद्धि के देवता विघ्नहर्ता के रूप में पूजे जाते हैं। किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। ठीक उसी तरह गजानन के हर अंग में समृद्धि और ज्ञान का संदेश देता है।
बड़ा मस्तक
माना जाता है कि बड़ सिर वाले व्यक्ति में नेतृत्व की क्षमता होती है। श्री गणेश का बड़ा सिर भी यही ज्ञान देता है। अर्थात हमें अपनी सोच को बड़ा रखना चाहिए।
छोटी आंखें
जिनकी आंखें छोटी है, वैसे लगो चिंतनशील और गंभीर प्रकृति के होते है। भगवान गणेश की छोटी आंखे सीख देती है कि हर चीज को देख-परख कर ही निर्णय लेना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने वाला व्यक्ति कभी धोखा नहीं खाता है।
लंबे कान
लंबे कान वाले व्यक्ति बहुत ही भग्यशाली और दीर्घायु होते हैं। भगवान गणेश के लंबे कानों एक रहस्य यह भी हैं कि जिनके कान लंबे होते हैं, वे सबकी सुनते हैं फिर अपनी बुद्धि और विवेक से निर्णय लेते हैं।
सूंड़
भगवान गणेश की सूंड जीवन में सदैव सक्रिय रहने का संदेश देती है। कहा जाता है जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें कभी गरीबी का सामना नहीं करना पड़ता है।
बड़ा पेट
गणेश जी उदर यानि पेट बहुत बड़ा है। बड़ा पेट खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। भगवान गणेश का बड़ा पेट हमें सीख देता है कि भोजन के साथ हमें बातों को भी पचाना चाहिए।
एकदंत
भगवान गणेश जी अपने टूटे दांत से यह सीख देते हैं कि किस प्रकार चीजों का सदुपयोग करना चाहिए।
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