हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह 10 फरवरी ( सोमवार ) से शुरू हो रहा है। वैदिक पंचांग का यह 12वां महीना है। धार्मिक रूप से इस महीने कई प्रमुख व्रत एवं त्यौहार आते हैं। फाल्गुन माह को ऋतुराज बसंत का माह भी कहा जाता है। इस महीने को आनंद और उल्लास का महीना भी कहा जाता है।
इस महीने से धीरे-धीरे गर्मी की शुरुआत हो जाती है और सर्दी कम होने लगती है। बसंत का प्रभाव होने के कारण इस महीने में प्रेम और रिश्तों में बेहतरी आती जाती है। इस महीने में मन की चंचलता को नियंत्रित करने के प्रयास करने चाहिए।
फाल्गुन माह के व्रत और त्यौहार
फाल्गुन शुक्ल अष्टमी को मां लक्ष्मी और मां सीता की पूजा का विधान है।
कृष्ण चतुर्दशी को भगवान शिव की उपासना का महापर्व शिवरात्री मनाई जाएगी।
फाल्गुन में ही चन्द्रमा का जन्म भी हुआ था। इसलिए इस महीने में चन्द्रमा की उपासना की जाती है।
इसी माह में आनंद और उल्लास का पर्व होली भी मनाई जाएगी।
किस देवता की उपासना करनी चाहिए?
इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा उपासना विशेष फलदायी होती है।
बाल कृष्ण, युवा कृष्ण और गुरु कृष्ण की उपासना की जाती है।
संतान प्राप्ति के लिए बाल कृष्ण की पूजा जरूर करें।
इन बातों का रखें ख्याल
फाल्गुन मास में शीतल या सामान्य जल से स्नान करें।
भोजन में अधिक से अधिक फल का प्रयोग करें।
इस महीने में रंगीन और सुंदर कपड़े धारण करें।
इस महीने में मांस मदिरे के सेवन से परहेज करें
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