4 भाव दु:ख के, 3 भाव महादु:ख के और 5 भाव सुख के, जानिए रहस्य

जीवन में सुख है तो दुख भी है। सांसारिक सुख और दुखों का कोई पार नहीं। कहते हैं कि जो व्यक्ति प्रभु को समर्पित करके बस कर्म पर ही ध्यान देता है वह ग्रहों के फेर को भी पलट देता है। व्यक्ति को अपने कर्म और भाग्य को जगाने का ही प्रयास करना चाहि। आओ जानते ...

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