ग्रह परिवर्तन : नववर्ष के प्रथम माह में सभी ग्रहों का परिवर्तन होने वाला है। राहु, केतु, गुरु, शनि सभी ग्रह परिवर्तन करेंगे। गुरु 13 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि से मीन में प्रवेश करेगा। राहु 12 अप्रैल को सुबह वृषभ से मेष राशि में गोचर करेंगे। 29 अप्रैल को शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन मीन राशि में सूर्य और चंद्र रहेंगे। मकर में शनि, मंगल और शुक्र रहेंगे। शनिवार को त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि पर चंद्रमा धनु राशि के साथ ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम चरण में होगा। साथ ही शिवरात्रि व्रत भी होगा।
शुभ योग : इस दिन इन्द्र, वैधृति योग के साथ ही प्रजापति (धाता) योग रहेगा। मीन में बुधादित्य योग रहेगा। 2 अप्रैल को शनि, मंगल और शुक्र की युति से त्रिग्रही योग है।
- नव संवत्सर 2079 इस बार 2 अप्रैल 2022 शनिवार से शुरू होगा। शनिवार के देवाता शनिदेव है इसलिए इस नववर्ष के स्वामी शनिदेव ही है। दरअसल नए वर्ष के प्रथम दिन के स्वामी को उस वर्ष का स्वामी मानते हैं। इस वर्ष का प्रथम दिन शनिवार को है और इसके देवता शनि है।
- मतलब न्याय के देवता शनि ग्रह का 2022 में रहेगा जबरदस्त प्रभाव। वह सुख और समृद्धि दिलाएंगे, लेकिन जीवन के कर्म का फल भी प्रदान करेंगे, इसीलिए सतर्कता भी जरूरी है।
- शनि इस वर्ष का राजा है इस मान से इस वर्ष का मंत्री मण्डल इस प्रकार होगा- राजा-शनि, मन्त्री-गुरु, सस्येश-सूर्य, दुर्गेश-बुध, धनेश-शनि, रसेश-मंगल, धान्येश-शुक्र, नीरसेश-शनि, फलेश-बुध, मेघेश-बुध रहेंगे। संवत्सर का निवास कुम्हार का घर एवं समय का वाहन घोड़ा है।
- कहते हैं कि जिस वर्ष समय का वाहन घोड़ा होता है उस वर्ष तेज गति से वायु, चक्रवात, तूफान, भूकंप भूस्खलन आदि की संभावना बढ़ जाती है। मानसिक बैचेनी भी बढ़ जाती है और तेज गति से चलने वाले वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की भी संभावना बढ़ जाती है।
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