remedy of Shani Pradosh Shivratri: पंचांग के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी की शुरुआत 17 फरवरी रात 11.36 पीएम से हो रही है, यह तिथि 18 फरवरी को रात 8.02 बजे संपन्न होगी। इस पूजा का का शुभ मुहूर्त 18 फरवरी रात 6.08 बजे से रात 8.02 बजे तक है। इस समय सर्वार्थ सिद्धि योग ( रात 5.42 पीएम से अगले दिन 19 फरवरी को 6.50 एएम तक) चल रहा होगा, इसी दिन भगवान शिव की महाशिवरात्रि पूजा भी होगी।
प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय का कहना है कि शनि प्रदोष शिवरात्रि पर वैसे तो भगवान की पूजा आसान से आसान विधि से कर उनको प्रसन्न किया जा सकता है। लेकिन इस दिन अगर भक्त एक कटोरी में कड़वा तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखे और उस सरसों के तेल को दान कर दे तो उसे शिव कृपा तो प्राप्त ही होगी, उसको शनि पीड़ा और अनिष्ट ग्रहों से भी राहत मिलेगी।
ये भी पढ़ेंः mahashivratri 2023: उत्तराखंड में यहां हुआ था शिव-पार्वती का विवाह, आज भी जलती रहती है कुंड में आग
रूद्राभिषेक का विशेष महत्व
ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार भोलेनाथ महज एक बेलपत्र पर ही प्रसन्न होने वाले देवता हैं, विधि विधान उनके लिए अधिक महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है। फिर भी महाशिवरात्रि पर रूद्राभिषेक का विशेष महत्व है। इस दिन रूद्राभिषेक से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्त के समस्त दुखों का नाश करते हैं और उसे शिवधाम की प्राप्ति होती है।
जानें महाशिवरात्रि के उपाय (mahashivratri ke upay)
1. धन प्राप्ति के लिएः मान्यता है कि महाशिवरात्रि की रात शिवलिंग के पास दीया जलाएं तो धन की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि पूर्व जन्म में कुबेर ने रात के समय शिवलिंग के पास रोशनी की थी, इसके फल से अगले जन्म में कुबेर के रूप में वो देवताओं के कोषाध्यक्ष बने।
2. पारद शिवलिंगः महाशिवरात्रि की रात पारद शिवलिंग घर में स्थापित करें तो दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मीजी की कृपा प्राप्त होती है।
3. नौकरी के लिएः नौकरी और व्यापार में तरक्की के लिए घर के मंदिर में स्थापित शिवलिंग का दूध दही घी शक्कर शहद से अभिषेक करें तो नौकरी और व्यापार की परेशानी दूर होगी और तरक्की के साथ सुख समृद्धि आएगी।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/x0NesjT
EmoticonEmoticon