Guru Pushya Nakshtra 2023: 25 मई 2023 को गुरु पुष्य महायोग का विशेष संयोग बन रहा है। इस दिन सोना, चांदी घर में लाने का विशेष महत्व है लेकिन अगर आप सोना चांदी की खरीदी नहीं कर सकते हैं तो खास शुभ चीजें खरीदकर भी मां लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं।
Guru Pushya Nakshatra In MAY 2023 पुष्य नक्षत्र में क्या खरीदें (Guru Pushya Yog) :
1. पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण खरीदने का प्रचलन इसलिए हैं, क्योंकि पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति हैं और गुरु की कारक धातु सोना है। इसे शुद्ध, पवित्र और अक्षय धातु के रूप में माना जाता है इसीलिए पुष्य नक्षत्र पर सोने की खरीदी अत्यधिक शुभ होती है। सोना नहीं खरीद सकते हैं तो पीतल या चांदी खरीदें। गुरुवार को आने वाले पुष्य नक्षत्र को खरीदी गई वस्तु घर में शुभता, प्रसन्नता और आरोग्य लेकर आती है।
2. इस नक्षत्र में वाहन, भवन, भूमि और बहीखाते खरीदना भी शुभ होता है।
3. इस दिन प्याऊ, मंदिर निर्माण, घर निर्माण आदि काम भी प्रारंभ करना शुभ हैं।
4. इस दिन पूजा या उपवास करने से जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होती है। सर्वप्रथम अपने घरों में सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय मां लक्ष्मी के सामने घी से दीपक जलाएं। किसी नए मंत्र की जाप की शुरुआत करें।
4. इस दिन जल, पेय पदार्थ, मौसमी रसीले फल के अलावा दाल, खिचड़ी, चावल, बेसन, कड़ी, बूंदी लड्डू आदि का दान कर सकते हैं।
5. इस नक्षत्र में शिल्प, चित्रकला और पुस्तक खरीदना उत्तम माना जाता है।
6. इस दिन से नए कार्यों की शुरुआत करें, जैसे ज्ञान या विद्या आरम्भ करना, कुछ नया सीखना, दुकान खोलना, लेखक हैं तो कुछ नया लिखना आदि।
7. पुष्य नक्षत्र में दिव्य औषधियों को लाकर उनकी सिद्धि की जाती है।
8. इस दिन कुंडली में विद्यमान दूषित ग्रहों के दुष्प्रभाव को संबंधित मंत्रों से घटाया जा सकता है।
9. गंगाजल, पूजा की वस्तुएं, किचन के लिए सामान, पीले रंग की वस्तुएं ले सकते हैं। स्वयं भी पीले वस्त्र धारण करें।
10. सोने और चांदी के अलावा पीतल, कांसा, तांबा और सफेद संगमरमर लिया जा सकता है।
गुरु पुष्य में खरीदी का शुभ समय-
25 मई 2023 को प्रात: 6:00 से 7:30, दोपहर : 12:20 से 3:30, शाम : 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल में खरीदी न करें : दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
गुरु पुष्य शुभ मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
25 मई 2023 आज का उपाय-स्वर्ण एवं पीले वस्त्र खरीदें।
25 मई 2023 उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
गुरु पुष्य योग के दिन मनोकामना के अनुसार कोई भी शुभ यंत्र स्थापित कर सकते हैं। जैसे व्यापार वृद्धि यंत्र, श्री यंत्र, ऐश्वर्य वृद्धि यंत्र आदि।
गुरु पुष्य-नक्षत्र के दिन किसी विशेषज्ञ से पूछ कर कोई भी पवित्र वनस्पति की जड़ लाकर रख सकते हैं।
गुरु पुष्य नक्षत्र में पुराने चांदी के सिक्के और रुपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका केसर और हल्दी से पूजन कर सकते हैं।
गुरु पुष्य नक्षत्र में पीतल का हाथी भी खरीद सकते हैं।
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