Weekly Muhurat September 2023 : वेबदुनिया द्वारा यहां प्रस्तुत हैं नए सप्ताह के विशिष्ट मुहूर्त से संबंधित सामग्री। नए साप्ताहिक मुहूर्तों की श्रृंखला में आप जानेंगे 18 से 24 सितंबर के बारे में शुभ मुहूर्त। सप्ताह के ग्रह गोचर, व्रत, आनेवाले त्योहार, पंचांग, दिवस विशेष के संबंध में खास जानकारी। यहां पढ़ें एक क्लिक पर-
(साप्ताहिक मुहूर्त : 18 सितंबर से 24 सितंबर 2023 तक)
18 सितंबर 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-हरितालिका तीज/भद्रा/चंद्रदर्शन निषेध/सौर अश्विन मास प्रारंभ
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-पार्थिव शिवलिंग बनाकर उसका दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
19 सितंबर 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-श्री गणेश स्थापना/ऋषि पंचमी/भद्रा
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिर में मोदक चढ़ाएं। गणेश जी के पार्थिव विग्रह की स्थापना करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
20 सितंबर 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृत योग/ऋषि पंचमी (पंचांग भेद)
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
21 सितंबर 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-संतान सप्तमी व्रत/मूल प्रारंभ/मुक्ताभरण सप्तमी
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को पीले वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
22 सितंबर 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-राधाष्टमी/महालक्ष्मी व्रतारंभ
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-श्री राधा मंदिर में चुनरी सहित चांदी की श्रंगार सामग्री चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
23 सितंबर 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-राधाष्टमी/श्री दधीची जयंती/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में साबुत उड़द चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
24 सितंबर 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में ताम्र पात्र चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
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