ज्योतिष मान्यता के अनुसार दिवाली के पहले 400 बाद ऐसा महासंयोग बन रहा है जबकि 2 दिन पुष्य नक्षत्र के योग में अष्ट महायोग बन रहा है। 4 नवंबर को हर्ष, सरल, शंख, लक्ष्मी, शश, साध्य, मित्र और गजकेसरी योग यानी अष्ट महायोग बन रहे हैं तो 5 नवंबर को सर्वार्थ सिद्धि, शुभ, शुक्ल, वाशि, सरल, श्रीवत्स, अमला और गजकेसरी योग बन रहे हैं।
पुष्य नक्षत्र प्रारंभ और समापन समय:
पुष्य नक्षत्र का प्रारंभ : 4 नवंबर 2023 सुबह 07:57 से...
पुष्य नक्षत्र का समापन : 5 नवंबर 2023 सुबह 10:29 तक।
5 नवंबर को रवि पुष्य योग : इस दिन रवि पुष्य योग प्रात: 06:36 से सुबह 10:29 तक रहेगा।
रवि पुष्य योग का महत्व- Importance of Ravi Pushya Yoga:-
- पुष्य नक्षत्र में गुरु पुष्य, शनि पुष्य और रवि पुष्य नक्षत्र सबसे उत्तम बताए गए हैं।
- विवाह को छोड़कर रवि पुष्य योग को समस्त शुभ और मांगलिक कार्यों के शुभारंभ के लिए उत्तम माना गया है।
- इस दिन आभूषण, प्रॉपर्टी और वाहन आदि की खरीदारी करना शुभ होता है।
- इस दिन नए कार्य या व्यापार का प्रारंभ भी कर सकते हैं।
- पुष्य को ऋग्वेद में वृद्धिकर्ता, मंगलकर्ता, एवं आनंदकर्ता कहा गया है।
5 नवंबर 2023 के शुभ मुहूर्त:
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:43 से दोपहर 12:26 तक।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 01:54 से दोपहर 02:38 तक।
- सर्वार्थ सिद्धि योग: प्रात: 06:36 से सुबह 10:29 तक।
- शुभ योग: प्रात:काल से लेकर दोपहर 01:37 बजे तक।
- शुक्ल योग: दोपहर 01:37 बजे से अगले दिन दोपहर तक।
- इसके अलावा इस दिन वाशि, सरल, श्रीवत्स, अमला और गजकेसरी योग बन रहे हैं।
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