weekly muhurat 2024: नए साप्ताहिक पंचांग में जानें, इस हफ्ते के सर्वश्रेष्‍ठ शुभ मुहूर्त

Hindi weekly muhurat 
 


ALSO READ: घर के पूजा घर में सुबह और शाम को कितने बजे तक दीया जलाना चाहिए?
 

Weekly Calendar 2024: यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं मई 2024 के नए हप्ते के साप्ताहिक मुहूर्तों की जानकारी। यहां जानें 06 मई से 12 मई तक का साप्ताहिक पंचांग कैलेंडर मुहूर्त। जहां आप जानेंगे शुभ मुहूर्त, ग्रह परिवर्तन, खास विशेष, व्रत-त्योहार से जुड़ी हर जानकारी एक साथ... 

 

(साप्ताहिक मुहूर्त : 06 मई से 12 मई 2024 तक)

 

06 मई 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-20801, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-ग्रीष्म

वार-सोमवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती

योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति

करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक

राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  

दिशा शूल-आग्नेय 

योगिनी वास-दक्षिण

गुरु तारा-अस्त

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थिति-मेष

व्रत/मुहूर्त-भद्रा/पंचक समाप्त/गुरु अस्त (पश्चिम)

यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।

आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।

आज का उपाय-शिव मंदिर में गन्ने का रस चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 

(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)


07 मई 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-ग्रीष्म

वार-मंगलवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी

योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द

करण (सूर्योदयकालीन)-शकुनि

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक

राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक

दिशा शूल-उत्तर 

योगिनी वास-पश्चिम

गुरु तारा-अस्त  

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थिति-मेष

व्रत/मुहूर्त-अमृतयोग/सर्वार्थसिद्धि योग/पितृकार्य अमावस/गुरु अस्त-पश्चिम (पंचांग भेद)

यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।

आज का उपाय-हनुमान मंदिर में मीठी पूड़ी चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


08 मई 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-ग्रीष्म

वार-बुधवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी

योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य

करण (सूर्योदयकालीन)-नागव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक

दिशा शूल-ईशान

योगिनी वास-ईशान

गुरु तारा-अस्त

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थित-वृषभ

व्रत/मुहूर्त-देवकार्य अमावस

यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को हरे फल भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


ALSO READ: 100 साल के बाद शश और गजकेसरी योग, 3 राशियों के लिए राजयोग की शुरुआत
 

09 मई 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-गुरुवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा/द्वितीया (क्षय)

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका

योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन

करण (सूर्योदयकालीन)-बव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक

राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक

दिशा शूल-आग्नेय  

योगिनी वास-पूर्व

गुरु तारा-अस्त

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थिति-वृषभ

व्रत/मुहूर्त-चंद्रदर्शन/जातकर्म/अन्नप्राशन मुहूर्त

यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को पीले वस्त्र भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


 

10 मई 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-शुक्रवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी

योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड

करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक

राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक

दिशा शूल-वायव्य 

योगिनी वास-आग्नेय

गुरु तारा-अस्त

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थिति-मिथुन

व्रत/मुहूर्त-अक्षय तृतीया/श्री परशुराम जयंती

यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।

आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।

आज का उपाय-मंदिर में जल से भरा पात्र चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


11 मई 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-शनिवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा

योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा

करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00

राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक

दिशा शूल-वायव्य 

योगिनी वास-नैऋत्य

गुरु तारा-अस्त

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थिति-मिथुन

व्रत/मुहूर्त-भद्रा

यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।

आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।

आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती चढ़ाएं।

वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।



ALSO READ: Saat phere: हिंदू धर्म में सात फेरों का क्या है महत्व, 8 या 9 फेरे क्यों नहीं?

12 मई 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

 

शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024

संवत्सर नाम-कालयुक्त

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-शुक्ल

ऋतु-ग्रीष्म

वार-रविवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा

योग (सूर्योदयकालीन)-धृति

करण (सूर्योदयकालीन)-बव

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 

राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक

दिशा शूल-पश्चिम 

योगिनी वास-दक्षिण 

गुरु तारा-अस्त

शुक्र तारा-अस्त

चंद्र स्थिति-कर्क

व्रत/मुहूर्त-रवियोग/पुंसवन संस्कार/श्री आद्यशंकराचार्य जयंती, श्री सूरदास जयंती/श्री रामानुजाचार्य जयंती

यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।

आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।

आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर मिश्रित दूध चढ़ाएं।  

वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 

(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)

 

-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया

प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र

सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 

ALSO READ: Astrology : एक पर एक पैर चढ़ा कर बैठना चाहिए या नहीं?

weekly muhurat




from ज्योतिष https://ift.tt/WDOxe8B
Previous
Next Post »