Hartalika Teej: हरतालिका तीज, जिसे हरियाली तीज के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह पर्व देवी पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन का प्रतीक है। इस दिन, महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं और रात भर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।ALSO READ: Hartalika Teej 2025: 26 या 27 आखिर कब है हरतालिका तीज व्रत? जानिए पूजा सामग्री से लेकर पारण तक सबकुछ
पूजा के दौरान 'उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये'। के अलावा इन मंत्रों का जाप करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। यहां हरतालिका तीज की पूजा के लिए 10 विशेष मंत्र दिए गए हैं, जिनका जाप पूरी रात किया जा सकता है:
भगवान शिव के मंत्र:
1. ॐ नम: शिवाय: यह पंचाक्षरी मंत्र सबसे शक्तिशाली और सरल मंत्र है। इसका जाप करने से मन शांत होता है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
2. महामृत्युंजय मंत्र: यह मंत्र लंबी आयु, स्वास्थ्य और मृत्यु के भय को दूर करने के लिए जपा जाता है।
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
3. शिव रुद्राष्टकम्: रुद्राष्टक का पाठ करने से शिवजी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
4. ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्: यह रुद्र गायत्री मंत्र है, जो सभी प्रकार के भय और परेशानियों को दूर करता है।
5. कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्: यह मंत्र भगवान शिव की आरती और स्तुति के लिए प्रयोग किया जाता है।
माता पार्वती के मंत्र:
6. ॐ पार्वतीपतये नम: यह मंत्र पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता और प्रेम बनाए रखने में मदद करता है।
7. ॐ उमा महेश्वराभ्यां नम: इस मंत्र के जाप से दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
8. हे गण गौरी शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकर प्रिया। मां कुरु कल्याणी कांत कांता सुदुर्लभाम्।। इस मंत्र का जाप कुंआरी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए करती हैं जबकि सुहागिन महिलाएं अपने पति का प्रेम पाने के लिए करती हैं।
9. सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।: यह देवी पार्वती का सिद्ध मंत्र है, जो सभी शुभ कार्यों में सफलता और मंगल प्रदान करता है।
10. सौभाग्य मंत्र:- सर्व बाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वित:। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:।। यह मंत्र सभी बाधाओं से मुक्ति दिलाकर धन, धान्य और संतान सुख प्रदान करने के लिए जपा जाता है।
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