हिन्दू धर्म में रुद्राक्ष धारण करने का बड़ा ही महत्व माना जाता हैं, दैवीय गुणों से भरपूर रुद्राक्ष को स्वयं भगवान शिव का स्वरुप कहा जाता हैं । वैसे तो रुद्राक्ष कई प्रकार के पाये जाते हैं और सबका अपना अपना महत्व बताया जाता हैं । रुद्राक्षों में एक रुद्राक्ष 7 मुखी भी होता है जिसकी विशेषता जानकर आप हैरान हो जाएंगे । सात मुखी रुद्राक्ष को माता महालक्ष्मी का स्वरुप माना जाता है, और ऐसा कहा जाता हैं कि इस रूद्राक्ष को धारण करने वाले के ऊपर शनिदेव की भी विशेष कृपा बनी रहती हैं ।
जानकार कहते हैं की 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति की धन-संबंधी सभी समस्या दूर हो जाती है, धन आवक के नये-नये द्वार खुलने लगते है, जो व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति से परेशान है उन्हें इस 7 मुखी रुद्राक्ष को जरूर धारण करना चाहिए । पूरे परिवार को आर्थिक संकट से बचाने के लिए 7 मुखी रुद्राक्ष की स्थापना अपने घर के पूजा स्थल पर करनी चाहिए । कहा जाता है कि व्यक्ति की आय होने के बाद भी खर्चे आय से अधिक होने लगे तब भी 7 मुखी रुद्राक्ष लाभ पहुंचाता है ।
सात मुखी रुद्राक्ष पहनने के लाभ
1- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के आय स्त्रोतों में वृद्धि होने लगती हैं, माँ लक्ष्मी की कृपा ऐसे व्यक्ति पर सदैव बनी रहती है ।
2- शनि की साढ़े साती या ढैय्या के समय 7 मुखी रुद्राक्ष पहनने से लाभ मिलता और| इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले परर शनिदेव भी प्रसन्न रहते है ।
3- नौकरी और व्यापार में उन्नति के लिए 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण चाहिए ।
4- सात मुखी रुद्राक्ष में सप्त ऋषियों का आशीर्वाद मिला होता है, इस रुद्राक्ष को धारण करने से शरीर में सप्त धातुओं की रक्षा होती है ।
5- सात मुखी रुद्राक्ष पहनने से स्नायु तंत्र से सम्बंधित रोगों में लाभ प्राप्त होता है ।
6- मानसिक परेशानी, गठिया दर्द, हड्डी व मांसपेशियों में पीड़ा व अस्थमा जैसे रोगों में सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ मिलता है ।
इस रुद्राक्ष को धारण करने के विधि
सात मुखी रुद्राक्ष को पहनने से पहले इसे इस प्रकार से शुद्ध व पवित्र करना अति आवश्य होता हैं- सोमवार, शिवरात्रि या श्रावण मास के किसी भी दिन रुद्राक्ष को धारण करने के लिए शुभ माना गया है । एक चांदी या तांबे की कटोरी में दूध, दही, शहद, घी, एवं शक्कर लेकर के मिला लें अब इस मिश्रण में रुद्राक्ष को स्नान करायें, स्नान के बाद शुद्ध जल व गंगाजल से पूनः स्नान कराकर पूजा स्थल पर लाल वस्त्र पर रख दें, एक गाय के घी का दीपक जलाकर इस मंत्र का 501 या 1100 बार जप करें ।
मंत्र
।। ॐ नमः शिवाय, या ॐ हूं नमः ।।
जप के बाद भगवान शिव का स्मरण करते हुए इसे गले में धारण कर लें । इस सिद्ध किए हुए रुद्राक्ष के चमत्कारिक प्रभाव आपको केवल 7 दिनों में ही दिखाई देने लगेंगे ।
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