कुंभ का अतीत और उसकी महत्ता, जानिए क्यों कहा जाता है प्रयागराज को तीर्थराज?

कुंभ का इतिहास और उसकी महत्ता के बारे में स्कंद पुराण और वाल्मीकि रामायण में उल्लेख मिलता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार माना जाता है कि पहले कुंभ का आयोजन राजा हर्षवर्द्धन के राज्यकाल (664 ईसा पूर्व) में आरंभ हुआ था।

from ज्योतिष http://bit.ly/2W1x7G2
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