को नहीं जानत है जग में संकट मोचन ना तिहारो, हनुमान कृपा पाने के लिए आज के शनिवार की तिथि है बेहद खास

कहा जाता हैं कि शनि के दोषों से सबसे जल्दी केवल हनुमान जी बचा सकते है, आज 4 मई 2019 को शनि अमावस्या है। राम भक्त हनुमान जी सदैव शरण में आने वाले की सहायता एवं दूष्टों का संहार करने के लिए हर तत्पर रहते हैं। युगों-युगों से आज भी जो भी भक्त श्रद्धा पूर्वक निष्कपट भाव से हनुमान जी की शरण में जाता हैं श्री हनुमत उनके सभी संकटों को हर लेते हैं। आज अमावस्या के दिन हनुमान मदिंर में जाकर ये छोटा सा काम कर लें, आपकी सारी समस्याएं हमेशा के लिए हनुमान जी दूर कर देंगे, क्योंकि ऐसा केवल हनुमान जी ही कर सकते हैं।


शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि जब ऋषि मुनियों की साधना में असुर रूकावटे डालते थे, परेशान करते थे तो बाल्यकाल में ही हनुमान जी की मदद से ही उनकी साधना सफल होती थी, इसी से प्रसन्न होकर ऋषियों ने हनुमान को आशीर्वाद दिया था की जो कोई भी तुम्हारी शरण में आयेगा उनके सभी संकट और जीवन में आने वाली सभी रूकावटें दूर हो जायेंगी।

 

अगर किसी के जीवन की प्रगति में बार बार रूकावटें आ रही है और बाधाओं से परेशान हो गये तो घबराने और यहां वहां भटकने की जरूरत नहीं.. शनिवार के दिन शीघ्र ही हनुमान जी की शरण में जाकर उनसे मदद के लिए करवद्ध निवेदन करें, और शनिवार के दिन ही बस इस छोटे से को काम करें हनुमान जी आपके जीवन की सभी रूकावटों पर विराम लगा देंगे। श्री हनुमान जी के बारे में ऐसी मान्यता हैं कि जो भी भक्त किसी प्रसिद्ध प्राचीन हनुमान मंदिर में जाकर उनके इस पावरफूल मंत्र का जप करेगा उसकी सभी मनोकामना पूरी होने के साथ परेशानियों, संकटों से भी रक्षा होती हैं।

 

शनि अमावस्या के दिन की गई हनुमान जी की पूजा और उनके इस सिद्ध हनुमान मंत्र का जप करने से जीवन में आ रही सभी रूकावटे बंद हो जाती है। मंत्र का जप करने से पहले हनुमान जी का चमेली के तेल व सिंदुर से अभिषेक करें, लाल चोला चढ़ाएं, गुड एवं चने का प्रसाद चढ़ाएं। शनि अमावस्या वाले शनिवार से लेकर लगातार 5 शनिवार तक ऐसा करने से जीवन में चारों ओर से खुशियां बरसने लगेगी ।

शनि अमावस्या के दिन इस मंत्र का जप हनुमान मंदिर में जाकर लाल चंदन की माला 108 बार करना है, जप के बाद 5 या 7 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करें-


श्री हनुमान सिद्ध मंत्र

।। ऊँ आदिदेव नमस्तुभ्यं सप्तसप्ते दिवाकर ।
त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात ।।

**********



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal http://bit.ly/2ZR54uR
Previous
Next Post »