Narak Chaturdashi 2021
Roop Chaturdashi 2021 दीपावली के एक दिन पूर्व नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। यह कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन मां काली, भगवान श्रीकृष्ण, बजरंगबली और यमराज का पूजन किया जाता है। इसके अन्य नाम यम चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी, रूप चौदस और छोटी दिवाली भी है।
इस बार 3 नवंबर को रूप चतुर्दशी या नरक चौदस का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन त्रयोदशी तिथि का समापन प्रात: 09.02 मिनट पर होगा तत्पश्चात चतुर्दशी तिथि शुरू होगी, जोकि गुरुवार, 4 नवंबर 2021 को प्रात: 06.03 मिनट तक जारी रहेगी। रूप चौदस या नरक चतुर्दशी 3 नवंबर को ही मनाई जाएगी। इस दिन के सूर्योदय से पूर्व तेल और उबटन लगाकर स्नान करने का विधान है।
इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान करके लोग सौभाग्य, रूप और यश की कामना करते हैं। रूप चतुर्दशी के दिन इस खास समय पर स्नान करने से आपकी सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे। चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 3 नवंबर को सुबह 9.02 बजे होगी जो अगले दिन 4 नवंबर को सुबह 6.03 बजे तक रहेगी।
Roop Chaudas 2021 Shubha Muhurat रूप चतुर्दशी, 3 नवंबर के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 05:02 से 05:50 तक।
विजय मुहूर्त - दोपहर 01:33 से 02:17 तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:05 से 05:29 तक।
संध्या मुहूर्त- शाम 05:16 से 06:33 तक।
निशिथकाल मुहूर्त : रात्रि 11:16 से 12:07 तक।
दिन का चौघड़िया :
लाभ : प्रात: 06:38 से 08:00 तक।
अमृत : प्रात: 08:00 से 09:21 तक।
शुभ : प्रात: 10:43 से 12:04 तक।
लाभ : शाम 04:08 से 05:30 तक।
रात का चौघड़िया :
शुभ : शाम 07:09 से 08:47 तक।
अमृत : 08:47 से 10:26 तक।
लाभ : 03:22 से 05:00 तक।
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